कर्नल संतोष बाबू को सेना का महावीर चक्र सम्मान

कर्नल संतोष बाबू को सेना का महावीर चक्र सम्मान

अगर हम और आप आज महफूज है ,तो इसकी देन देश के जवान है,बिना जवानों के न तो देश की सीमा सुरक्षित रहेगी न तो आम जन. सरकार जिसकी भी हो हर साल गणतंत्र दिवस के मौके सेना के जाबाज माँ भारतीय के वीर सपूतो को सम्मान से नवाजा जाता है.सेना में सबसे बड़ा सम्मान परमवीर चक्र होता है.उसके बाद सेना का सबसे बड़ा पुरस्कार महावीर चक्र होता है.

पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी में चीन की सेना के साथ हुई हिंसक झड़प में अपनी जान गंवाने वाले कर्नल संतोष बाबू को इस साल महावीर चक्र से नवाजा जाएगा. गणतंत्र दिवस के मौके पर हर साल देश की रक्षा के लिए जान की बाजी लगाने वाले सैनिकों को वीरता पुरस्कार दिया जाता है. इस बार के गणतंत्र दिवस पर कर्नल संतोष बाबू को मरणोपरांत महावीर चक्र से नवाजा जाएगा.

गौरतलब है कि गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ हिंसक झड़प में शहीद हुए कर्नल बी. संतोष बाबू चीनी पक्ष से हुई बातचीत का नेतृत्व कर रहे थे, लेकिन देर रात हुई हिंसा में वो शहीद हो गए. 16 बिहार रेजिमेंट के कमांडिंग ऑफ‍िसर रहे कर्नल संतोष के साथ उस रात 19 और जवानों ने शहादत दी थी. इन सभी ने अपनी जान न्‍योछावर कर दी, लेकिन चीन को भीतर घुसने नहीं दिया.

सूत्रों की मानें, गलवान घाटी में हुई झड़प में चीनी सेना का मुकाबला करने वाले कई जवानों को इस बार गैलेंट्री अवॉर्ड से नवाजा जा सकता है. सूत्रों के मुताबिक इस साल पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए ASI मोहन लाल को भी गैलेंट्री अवॉर्ड से नवाजा जाएगा. मोहन लाल ने ही IED लगी कार को पहचाना और बॉम्बर पर गोलीबारी की थी.

बता दें लद्दाख सीमा पर चीन के साथ भारतीय सैनिकों की हिंसक झड़प में शहादत देने वाले कर्नल संतोष बाबू के साथ 19 और जवान शहीद हुए थे. इसमें नायब सूबेदार सतनाम सिंह और मनदीप सिंह के साथ बिहार रेजिमेंट के 12, पंजाब रेजिमेंट के तीन, 81 एमपीएससी रेजिमेंट का एक और 81 फील्ड रेजिमेंट का एक जवान शामिल है.

Akhilesh Namdeo