अमेरिका में ताज बदला और बदलने लगी नीतियां

अमेरिका में ताज बदला और बदलने लगी नीतियां

सत्ता बदलती तो नीतियों में फेर बदल होता है, अभी हाल ही में अमेरिका में सत्ता का ताज बदला और बदलने लगी नीतियां ताजा खबर जुड़ा हुआ है,H1 बीजा को लेकर जो भारत के तमाम लोगो के लिये राहत भरी खबर है, वजह बहुत से भारतीय H1 बीजा पर अमेरिका में प्रवास कर रहे है.

इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शासन में एच1बी धारक कर्मचारियों के जीनसाथियों को इस बात की आशंका बनी हुई थी, कि अमेरिका में चार वर्ष बिताने के बाद पता नहीं उन्हें आगे आगे काम करने की अनुमति मिल पाएगी अथवा नहीं.  अब बाइडेन प्रशासन के इस निर्णय से उन आशंकाओं पर विराम लग गया है. पूर्व अमेरिकी राष्‍ट्रपति बराक ओबामा ने अपने शासनकाल में एच1बी वीजाधारकों के जीवनसाथियों को अमेरिका में काम करने की अनुमति संबंध कानून पारित किया गया था.

एच-1बी वीजा वीजा एक गैर-आप्रवासी वीजा है, जो अमेरिकी कंपनियों को विदेशी कर्मचारियों को विशिष्ट पदों पर रखने की अनुमति देता है. अमेरिका की तकनीकी कंपनियां इस वीजा के आधार पर भारत और चीन से हर साल हजारों की संख्या में कर्मचारियों की नियुक्ति करती हैं.

बाइडेन को अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में शपथ लिए अभी केवल एक सप्ताह ही हुआ है, लेकिन इसी बीच उनकी सरकार ने ऐसा महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. इससे अमेरिका में काम कर रहे H1B वीजा धारक भारतीयों ने बेहद राहत की सांस ली है. बाइडेन प्रशासन ने इस अहम फैसले में एच1बी वीजा धारक कर्मचारियों के एच-4 वीजाधारक जीवनसाथियों को काम जारी रखने की अनुमति प्रदान कर दी है.

ओबामा ने दी थी जीवनसाथियों को काम की अनुमति

डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति बनने के बाद इस कानून को रद्द करने की बहुत कोशिशें की.बहरहाल, बाइडेन के इस प्रशासनिक फैसले से इस पर विराम लग चुका है. एच1बी वीजाधारकों के जीवनसाथियों को एच-4 वीजा के तहत अमेरिका में काम करने की अनुमति ओबामा प्रशासन द्वारा प्रदान की गई थी, लेकिन ट्रंप प्रशासन ने कथित तौर पर एक एजेंडे के तहत इसे समाप्त करने की कोशिश की.

बहरहाल, बाइडेन के इस ताजा फैसले से सैकड़ों की संख्या में लोगों ने राहत की सांस ली है. इस निर्णय पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए एच-4 वीजाधारक अटलांटा के एक बाशिंदे ने कहा कि लंबे कश्मकश के बाद हमलोग फिलहाल बहुत राहत महसूस कर रहे हैं. अमेरिका में बडे़ पैमाने पर भारतीय सॉफ्टवेयर इंज‍िनियर काम करते हैं. इस फैसले से उन्‍हें बड़ी राहत मिली है.

Akhilesh Namdeo