चावल कैसे आपकी किस्मत बदल सकता है

भारत विश्व में चावल का दूसरा बड़ा उत्पादक देश है. पूरी दुनिया मे चावल की 40 हजार प्रजातियां हैं. जिसमें से 4 हजार किस्मों का व्यापारिक उत्पादन होता है. उत्तर और दक्षिण भारत में गेहूं का उपयोग अधिक होता है. अधिकतर भारतीय अपने दैनिक भोजन में चावल को प्राथमिकता देते हैं.
हिन्दू धर्म में चावल का बहुत महत्व है. हर तरह की पूजा में चावल का प्रयोग किया जाता है. कोई भी पूजा, यज्ञ और अनुष्ठान आदि, बिना चावल के पूर्ण नहीं हो सकता. चावल अर्थात् अक्षत का मतलब जिसका क्षय नहीं हुआ है. हिन्दुओं में किसी भी शुभ कार्यों पर माथे पर रोली के साथ चावल लगाकर तिलक किया जाता है.
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, ग्रह संबंधी किसी भी बाधा के कारण आयी धन की समस्या से निपटने के लिए चावल के विशेष उपाय बताए गए हैं. इन उपायों से आपकी कई समस्याएं सुलझ सकती हैं.
1.अगर आपका धन कहीं अटका हुआ है या फिर आर्थिक स्थिति थोड़ी कमजोर चल रही है. तो आप हर रोज सुबह उठाकर एक मुट्ठी चावल किसी तालाब में बहा दें. उसी तालाब में चावल को बहाएं जहां मछलियां हों. उसके बाद ईष्ट देव को अपनी समस्या के बारे में अवगत कराएं. ऐसा करने से धन प्राप्ति का का मार्ग खुलने लगेगा.
2. पूजा सम्पूर्ण होने के बाद चावलों में से एक मुट्ठी चावल लेकर शिवलिंग पर अर्पित करें. इसके बाद बचे हुए चावल को मंदिर में दान कर दें या किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दे दें. ऐसा कम से कम पांच सोमवार करें. इस उपाय को अपनाने से धन संबंधी समस्या दूर हो जाएगी.
3. पर्स में किसी भी प्रकार की अधार्मिक वस्तु कतई न रखें. सिक्के और नोट अलग-अलग व्यस्थित ढंग से रखे होने चाहिए. नोट के साथ बिल या अन्य पेपर न रखें. यदि पर्स में पीले चावल रखेंगे तो महालक्ष्मी की कृपा भी आप बनी रहेगी.
4. अगर आप नौकरी की तलाश कर रहे हैं या फिर ऑफिस में आप अपने अधिकारी से परेशान हैं. तो घर पर मीठे चावल बनाकर कौवों को खिला दे. यह उपाय एक साथ तीन ग्रहों शनि, राहु और केतु काे प्रसन्न करता है.
5. कई बार बने बनाए कार्य बिगड़ जाते हैं या फिर कार्यों में बाधा आने लगती है तो ऐसा पितृदोष के कारण होता है. पितृदोष को दूर करने के लिए आप चावल की खीर और रोटी कौवों को खिला सकते हैं. ऐसा करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होगा और आपके कार्यों में आने वाली बाधाएं दूर होंगी.
6. किसी भी शुभ दिन सुबह जल्दी उठकर सूर्य को जल दें. फिर घर के मंदिर में मां लक्ष्मी के समक्ष बैठकर लाल रंग का रेशमी कपड़ा लें. इस लाल कपड़े में हल्दी मिक्षित चावल के 21 अखंडित दानें रखें. टूटा हुआ दाना न हो इस बात का खास ध्यान रखें. इन्हें कपड़े में बांध लें. इसके बाद उनकी नियमपूर्वक पूजा करें. पूजन के बाद यह लाल कपड़े में बंधे चावल को जहां आप धन रखते हों वहां रख दें. इस उपाय से माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है,
