गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिला पंचायत चुनाव: श्याममणि बृजलाल राठौर ने दर्ज की शानदार जीत,कम समय में व्यापक जनसंपर्क, लोकप्रियता का दिखा असर
गौरेला पेंड्रा मरवाही

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। जिले के जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 4 से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अधिकृत प्रत्याशी श्याममणि बृजलाल राठौर ने शानदार जीत दर्ज की है। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी निर्दलीय प्रत्याशी सरिता विजय राठौर को 700 से अधिक मतों से शिकस्त दी।

मतदाताओं और कार्यकर्ताओं को दिया जीत का श्रेय
श्याममणि बृजलाल राठौर ने अपनी इस सफलता का श्रेय भाजपा के ईमानदार एवं समर्पित कार्यकर्ताओं और क्षेत्र क्रमांक 4 के मतदाताओं को दिया। उन्होंने कहा कि यह जीत जनता के विश्वास और भाजपा संगठन के समर्थन का परिणाम है।

कम समय में व्यापक जनसंपर्क, लोकप्रियता का दिखा असर
श्याममणि बृजलाल राठौर ने हर्री गंगापुर, दोजरा, हर्राटोला, सेमरा, पतरकोनी, अंजनी, लालपुर, गिरवर, गोरखपुर, भदौरा सहित पूरे क्षेत्र में मजबूत जनसंपर्क अभियान चलाया। खास बात यह रही कि उन्होंने चुनाव से पहले ही संकल्प लिया था कि लालपुर, गिरवर, गोरखपुर और भदौरा गांवों में वे वोट मांगने नहीं जाएंगे—फिर भी इन गांवों के मतदाताओं ने भारी मतों से उन्हें विजयी बनाया।

भाजपा के अंदरूनी विरोध के बावजूद राठौर ने दिखाई संगठनात्मक ताकत
हालांकि, भाजपा के भीतर एक धड़ा श्याममणि बृजलाल राठौर को हराने की पूरी कोशिश कर रहा था। लेकिन उन्होंने अपनी सूझबूझ और मजबूत संगठनात्मक रणनीति से विरोधियों के सभी प्रयासों को नाकाम कर दिया। उनकी जीत इस बात का प्रमाण है कि जमीनी कार्यकर्ताओं की ताकत और जनता का समर्थन किसी भी राजनीतिक साजिश से बड़ा होता है।
श्याममणि बृजलाल राठौर (भाजपा) – 6300 मत
सरिता विजय राठौर (निर्दलीय) – 5600 मत
अन्य प्रत्याशी – पीछे रहे
इस तरह, श्याममणि बृजलाल राठौर ने 700 से अधिक मतों के अंतर से जीत दर्ज की और अपनी संगठनात्मक पकड़ और लोकप्रियता का लोहा मनवाया।

क्या कहते हैं श्याममणि बृजलाल राठौर?
जीत के बाद अपने संबोधन में उन्होंने कहा:
“यह जीत सिर्फ मेरी नहीं, बल्कि भाजपा के उन समर्पित कार्यकर्ताओं की जीत है जो जमीन से जुड़े हैं और जिनका एक ही मकसद है—जनता की सेवा। मैं क्षेत्र के विकास के लिए पूरी निष्ठा से कार्य करूंगा और जनता के विश्वास को कभी टूटने नहीं दूंगा।”

श्याममणि बृजलाल राठौर की इस जीत ने गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में भाजपा के अंदर और बाहर, दोनों ही स्तरों पर बड़े राजनीतिक समीकरण बदल दिए हैं। उनकी संगठनात्मक क्षमता और जनता के साथ गहरा जुड़ाव उन्हें आगे की राजनीति में और मजबूत बना सकता है।
