शिवराज सिंह चौहान चले योगी की राह पर, शुरू किया नाम बदलना

कहते हैं, परिवर्तन ही प्रकृति का नियम है. बिना परिवर्तन के आदर्श जीवन की संकल्पना हम नहीं कर सकते हैं. परिवर्तन की बात व्यक्ति के निजी जीवन से हो या फिर समाज से जुड़े किसी भी पहलु से हो, परिवर्तन मानवीय जीवन का अनिवार्य घटक है.
जब से उत्तर प्रदेश की कमान योगी आदित्य नाथ जी ने संभाली है, एक बात यह देखने को मिली कि योगी जी ने वर्तमान शहरों के नाम को बदलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. जब योगी से पत्रकारों ने पूछा कि आप नाम क्यों बदलना चाहते हैं, तो योगी जी ने कहा था कि भारत की पहचान प्राचीन भारत वर्ष से है, न कि हिंदुस्तान से. भारत के जितने भी शहर हैं, जितनी भी जगह हैं, सबका नाम प्राचीन भारत वर्ष की प्राचीन परंपरा से जुड़ा हुआ था. इसको बाद में मुस्लिम आक्रांताओं ने बदल कर हिंदुस्तान की तर्ज पर परिवर्तित कर दिया. नाम से जगह की पहचान जुड़ी होती है और भारत वर्ष की पहचान भारत से है. ऐसे में उत्तर प्रदेश के बहुत से जिलों और जगह के नाम योगी जी ने बदल कर उनके प्राचीन नामों पर रख दिये हैं. उदाहरण के तौर पर, आप इलाहाबाद को ले सकते हैं. इलाहाबाद का नाम बदल कर प्राचीन नाम के अनुसार प्रयागराज कर दिया है.
योगी जी की तर्ज पर ही अब एमपी के CM शिवराज सिंह चौहान नाम बदलने की राह पर चल पड़े हैं. शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश का जिला होशंगाबाद का नाम बदलकर नर्मदापुर कर दिया है. शिवराज सिंह चौहान नर्मदा जयंती के अवसर पर आयोजित एक समारोह में अपने परिवार समेत शामिल होने गए थे. वहीं खुले मंच से उन्होंने होशंगाबाद का नाम नर्मदापुर करने का ऐलान किया. इसको लेकर मध्य प्रदेश की विपक्षी पार्टी के रूप में कांग्रेस ने आपत्ति जताई है.
नर्मदा मैया की कृपा सर्वदा हम सब पर ऐसे ही बनी रहे।
मां रेवा के चरणों में करबद्ध प्रार्थना करते हुए आज मैं घोषणा करता हूं कि होशंगाबाद को अब नर्मदापुरम् के नाम से जाना जायेगा। #NarmadaJayanti pic.twitter.com/lTBjMo2AU3
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 19, 2021
गर्माहट में MP की सियासत
जिले का नाम बदलते ही MP की सियासत में एक नया मोड़ आ गया है. नाम बदलने को लेकर शिवराज सिंह चौहान अब विपक्ष के निशाने पर है. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि होशंगाबाद का नाम बदलने से कुछ नहीं होगा. काम में बदलाव लाना होगा. आपको बता दें कि इससे पहले बीजेपी की सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा भी होशंगाबाद का नाम बदलकर नर्मदापुर रखने की मांग कर चुके हैं. नाम बदलने को लेकर इनकी दलीलें थीं कि लुटेरे हुशंगशाह के नाम से होशंगाबाद को नहीं पहचाना जाना चाहिए, बल्कि नगर की पहचान मोक्षदायिनी मां नर्मदा के नाम से होनी चाहिए.
