इंजेक्शन देकर मौत के घाट उतारा

इंजेक्शन देकर मौत के घाट उतारा

अमेरिका के न्यायालयी इतिहास में 67 साल बाद एक हैरान करने वाली खबर सामने आयी है. महिला को इंजेक्शन लगा के मौत के घाट उतार
दिया गया.

सात दशक में पहली बार किसी महिला कैदी को अमेरिकी सरकार मौत की सजा दी है. इंडियाना प्रांत के टेरे हौटे के संघीय जेल परिसर में 52 महिला कैदी वर्षीय लीसा मॉन्टगोमरी को जहरीला इंजेक्शन लगाए जाने के बाद रात 1:31 बजे मृत घोषत कर दिया गया.

घटना तार जुड़ा हुआ है, 2004 की मिसूरी के स्किडमोर शहर से, एक मॉन्टगोमर नामक महिला ने 23 वर्षीय बॉबी जो स्टीनेट की एक रस्सी से बॉबी की गला दबा कर हत्या कर दी थी और एक चाकू से उसका पेट काट कर बच्ची को निकाल लिया था.

मामले के अनुसार मिसूरी के स्किडमोर शहर में मॉन्टगोमरी ने 2004 में 23 वर्षीय बॉबी जो स्टीनेट की हत्या कर दी थी. उसने पहले एक रस्सी से बॉबी की गला दबा कर हत्या कर दी थी और उसके बाद एक चाकू से उसका पेट काट कर बच्ची को निकाल लिया था. घटना के दौरान बॉबी आठ माह की गर्भवती थी. घटना के बाद मॉन्टगोमरी बच्ची को चुराकर को अपने साथ ले गई और उसे अपना बताने लगी थी.

जब मौत की सजा सुनाईं जा रही थी,तो उस प्रक्रिया के दौरान मॉन्टगोमरी के पास खड़ी महिला ने झुक कर उसके चेहरे से मास्क हटाया और पूछा कि क्या उसे अंतिम बार कुछ कहना है. दोषी महिला मॉन्टगोमरी बिलकुल शांत थी उसने मास्क हटाया और कहा,‘‘नहीं.’’ महिला के वकील केली हेनरे ने कहा,‘‘लीसा को मौत की सजा देने की प्रक्रिया में शामिल लोगों को शर्म आनी चाहिए.’’

अमेरिका के इतिहास में लीसा मॉन्टगोमरी ऐसी 11वीं कैदी हैं. जिनकों विभिन्न अपराधों के लिये जुलाई के बाद यह जहरीला इंजेक्शन इंजेक्शन दिया गया है. जानकारी के लिये बता दू, मौत की सजा के समर्थक डोनाल्ड ट्रंप ने 17 साल के बाद इस सजा की दोबारा शुरुआत की थी.

Akhilesh Namdeo