सरकार ने टिकटॉक समेत 59 एप को स्थायी रूप से बैन किया

इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने टिकटॉक समेत 59 चीनी मोबाइल एप्लीकेशन्स को स्थायी रूप से बैन कर दिया है. इस बाबत आज नोटिस ज़ारी किया गया है.
पिछले साल ही मंत्रालय ने 59 चीनी एप्लीकेशन को सुरक्षा का हवाला देते हुए अस्थायी तौर पर बंद कर दिया था. इनमे टिकटॉक, बाईदू, यूसी ब्राउज़र, वीचैट प्रमुख हैं. पिछले साल चीनी सेना से झड़प के बाद इन्हें सुरक्षा और गोपनीयता के लिए खतरा मानते हुए अस्थायी तौर पर बंद कर दिया गया था.
इसके बाद भारत सरकार ने इन कंपनियों से कारण बताओ नोटिस के माध्यम से जवाब माँगा थी कि उन्हें क्यों न स्थायी रूप से बंद कर दिया जाए. सूत्रों के अनुसार सरकार इनके जवाब से संतुष्ट नहीं थी इसलिए ही इन एप को स्थायी तौर बैन करने का निर्णय निया गया.
चीन से सीमा विवाद के बाद केंद्र सरकार ने पिछले 6 महीनों में 208 चीनी एप्लीकेशनस को अस्थायी तौर पे बंद किया है. चीनी एप्लीकेशन्स को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आशंका जताई जाती रही है. जून में सरकार ने इसी को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया कि चीन के ये एप भारत की संप्रभुता, अखंडता व सुरक्षा को लेकर गंभीर खतरा हैं. सरकार ने आईटी एक्ट के 69ए सेक्शन के तहत इन 59 एप पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया था.
सरकार को यह भी शिकायत मिल रही थी कि ये एप एंड्रायड एवं आईओएस प्लेटफार्म से डाटा चोरी करने में भी सहायक है जिससे देश की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े होने लगे थे. साइबर क्राइम पर नजर रखने वाले केंद्र सर्कार के सेंटर एवं गृह मंत्रालय की तरफ से भी इन एप पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की गई थी. भारत में टिकटॉक के लाखों फोलोअर्स हैं जिन्हें सरकार के इस निर्णय से निराशा का सामना करना पड़ेगा. सरकार के इस फैसले से भारत में निर्मित एप को आगे आने का मौका मिलेगा वहीं चीन को बड़ा झटका लगेगा.
