सोन नदी के पास अंधे मोड़ के कारण बाइक सवार ग्रामीण दंपत्ति की बस से टकराने से दर्दनाक मौत

सड़क के बाईं बने टीले के कारण अंधा हो गया है मोड़

लोक निर्माण विभाग का कई बार ध्यान आकृष्ट कराया जा चुका है फिर भी बना हुआ है बेपरवाह

सोन नदी में बने पुल पर रेलिंग तक नहीं है

गौरेला पेंड्रा मरवाही

पेंड्रा कोटमी मार्ग पर स्थित सोन नदी के अंधे मोड़ के पास एक बाइक सवार ग्रामीण दंपति की बस से टकराने से मौत हो गई। सोन नदी के दोनों और अंधा मोड़ होने के कारण यहां आए दिन दुर्घटना होते रहती है परंतु लोक निर्माण विभाग के जिम्मेदार अधिकारी इस मामले में लापरवाह बने हुए हैं।

देर शाम को मिली जानकारी के अनुसार पेंड्रा के ग्राम मंजगवा में रहने वाला बाटु सिंह धाकरे अपनी पत्नी के साथ बाइक में सवार होकर कहीं जा रहा था । रास्ते में सोन नदी स्थित मंदिर के पास अंधे मोड़ के कारण उसकी बाइक एक निजी बस से टकरा गई जिसके कारण बाइक सवार दंपति की मौके पर ही मौत हो गई। घटना होने के बाद कुछ देर में ही पुलिस चौकी कोटमी का स्टाफ घटनास्थल पर पहुंच गया तथा आगे की कार्यवाही की। बस में लगभग 45 यात्री सवार थे।

सोन नदी के पास अंधा मोड़ है दुर्घटना पॉइंट

पेंड्रा कोटमी मार्ग स्थित सोन नदी के पुल के दोनों ओर अंधा मोड़ है तथा दोनों ओर से तीव्र गति से वाहनों की आवाज आई रहती है परंतु दोनों मोड में पर्याप्त स्थान होने के बावजूद भी लोक निर्माण विभाग द्वारा अगल-बगल की पटरी साफ नहीं की है जिसके कारण मोड अंधा हो गया है तथा आने जाने वाले वाहनों को एक दूसरे के वहां दिखाई नहीं देते। तेज रफ्तार में रहने वाले वाहन यहां अक्सर धोखा खा जाते हैं। मंदिर के सामने नहर की जो पुलिया बनी है उसके आगे कोटमी की ओर सड़क के भाई और लंबा पीला है जो सड़क के रोड से बना हुआ है जिसे लोक निर्माण विभाग ने साफ नहीं किया है यदि यह रोड हटा दिया जाए तो अंधे में और में विजुअलिटी आ सकती है परंतु लोक निर्माण विभाग पुल के दोनों ओर के मोड़ों पर पटरी सफाई का काम ही नहीं किया है जिसके कारण यहां दुर्घटनाएं घटती रहती है। इसी अंधे मोड़ के कारण कोटमी के एक भाजपा कार्यकर्ता मोहन साहू की मौत कुछ वर्षों पहले हो गई थी जिसके बाद ग्रामीणों ने लोक निर्माण विभाग से मोड़ के सफाई एवं पटरी निर्माण की मांग की थी परंतु लोक निर्माण विभाग इस संबंध में लापरवाह बना हुआ है और यहां आए दिन दुर्घटना होते रहती है।

सोन नदी के पुल पर नहीं है रेलिंग

उल्लेखनीय कि यहां स्थित सोन नदी के सकरेपुल पर रेलिंग तक नहीं है जिसके कारण तेज रफ्तार से गुजरने वाले वाहनों के कारण कई बार बाइक सवार एवं छोटे वाहनों को धोखा हो जाता है और वह नदी में गिर पड़ते हैं ग्रामीण लिखित में पल में रेलिंग निर्माण का आवेदन दे चुके हैं इसके बावजूद लोक निर्माण विभाग में पुल में रेलिंग का निर्माण नहीं किया है यही स्थिति खुज्जी की नदी के पुल पर भी है जहां दोनों और अंधे मोड़ है और वहां खुज्जी नदी पर बने हुए पल पर भी रेलिंग नहीं है जबकि पुल अत्यंत सकरा है जो दुर्घटना का कारण बनता है।

दो गंभीर रूप से घायल नही है ईलाज के पैसे

मृतक के साथ घायल मीना एवं पुत्री हीना गंभीर रूप से घायल है ,जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद सिम्स बिलासपुर रेफर किया गया है ,परंतु उनके पास वहां जाने और इलाज के लिए पैसे नहीं है, मौके पर मौजूद मीडिया कर्मियों ने इसके लिए प्रयास शुरू की है..।

Akhilesh Namdeo

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