विधानसभा चुनाव में उपेक्षा से नाराज पिछड़ा वर्ग यादव समाज ने लोकसभा में प्रतिनिधित्व देने की मांग उठाई

अखिलेश नामदेव
बीते विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट वितरण में पिछड़ा वर्ग यादव समाज की उपेक्षा से नाराज यादव समाज ने अब लोकसभा चुनाव में प्रतिनिधित्व देने की मांग उठाई है। भाजपा द्वारा छत्तीसगढ़ की 11 सीटों में संभावित प्रत्याशियों के नाम मीडिया में सामने आने के बाद पिछड़ा वर्ग यादव समाज में खलबली मची हुई है तथा विभिन्न जिलों में सामाजिक बैठकें शुरू हो गई है जिसे देखकर ऐसा माना जा रहा है कि यदि समय रहते निर्णय नहीं लिया गया तो लोकसभा चुनाव में भाजपा को इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है।
बीते एक दिन पहले भाजपा के राष्ट्रीयकरण समिति की बैठक में छत्तीसगढ़ के सभी 11 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नाम की चर्चा के बाद संभावना व्यक्त की जा रही है कि चार-पांच दिन के अंदर भाजपा छत्तीसगढ़ के सभी 11 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दे। अभी मीडिया में बिलासपुर लोकसभा सेट सहित छत्तीसगढ़ की सभी 11 सीटों के लिए संभावित उम्मीदवारों के नाम भी सामने आ रहे हैं जिसमें पिछड़ा वर्ग यादव समाज ऐसा महसूस कर रहा है कि पूरे छत्तीसगढ़ में उनकी बड़ी तादाद होने के बावजूद उनकी उपेक्षा की जा रही है। पिछले विधानसभा चुनाव में भी बिलासपुर बेलतरा एवं कोटा, लोरमी तखतपुर सहित अनेक विधानसभा सीटों पर पिछड़ा वर्ग यादव समाज द्वारा प्रतिनिधित्व के लिए दावेदारी की गई थी परंतु उसे समय भाजपा के संगठन एवं शीर्ष नेताओं ने यह आश्वासन दिया था कि आने वाले लोकसभा चुनाव में यादव समाज को प्रतिनिधित्व दिया जाएगा परंतु जिस तरह भाजपा के राष्ट्रीय समिति में नाम को फाइनल करने की प्रक्रिया चल रही है इससे ऐसा प्रतीत होता है कि इस बार भी पिछड़ा वर्ग ज्यादा समाज को प्रतिनिधित्व से वंचित किया जा रहा है खासकर बिलासपुर लोकसभा लोकसभा क्षेत्र जहां पिछड़ा वर्ग यादव समाज की एक बड़ी आबादी निवास करती है तथा भारतीय जनता पार्टी का सहयोग करती है वहां के लोग संभावित नाम एवं संभावित उम्मीदवार के नाम पर सुगबुगाहटएवं खलबली मची हुई है। जिसके पास से छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में पिछड़ा वर्ग यादव समाज की बैठकों का सिलसिला जारी है तथा मांग की जा रही है कि इस बार के लोकसभा चुनाव में पिछड़ा वर्ग यादव समाज को प्रतिनिधित्व दिया जाए। पिछड़ा वर्ग यादव समाज के अंदर खाने में इस बात को लेकर बड़ी नाराजगी है कि जहां विधानसभा में उनकी उपेक्षा हुई तथा अब लोकसभा चुनाव में भी उपेक्षा की जा रही है जिसे लेकर समाज में नाराजगी का वातावरण तैयार हो रहा है।

छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर सोमनाथ यादव को बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार बनाने की हो रही है मांग
बिलासा कला मंच बिलासपुर के संस्थापक डॉ सोमनाथ यादव अरपा नदी के संवर्धन एवं संरक्षण के लिए दो दशक से कर रहे हैं काम
बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार बनने के इच्छुक बहुत से नाम में एक नाम डॉक्टर सोमनाथ यादव का नाम सामने आया है। डॉक्टर सोमनाथ यादव बिलासा कला मंच बिलासपुर के संस्थापक होने के साथ छत्तीसगढ़िया संस्कृति के संरक्षण के लिए बीते दो दशक से अरपा नदी के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए कार्य कर रहे है।

एक दिन पूर्व भाजपा की राष्ट्रीय कर समिति में छत्तीसगढ़ के 11 सीटों के लिए उम्मीदवारों के संभावित नाम के सामने आने के बाद भाजपा की राजनीति में सक्रियता दिखाई दे रही है। अब एक के बाद एक अलग-अलग सीटों से टिकट पाने के इच्छुक के नाम सामने आने लगे हैं ऐसा ही एक चिर परिचित नाम बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के दावेदारों के रूप में डॉक्टर सोमनाथ यादव का आया है जो पूर्व में छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष रह चुके है। सूत्रों के अनुसार डॉक्टर सोमनाथ यादव ने बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनने के लिए भाजपा के सीट्स नेताओं के संपर्क में भी हैं।भाजपा के राजनीतिक गलियारों में सोमनाथ यादव का नाम नया नहीं है बीते विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने बिलासपुर और कोटा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की टिकट के लिए दावेदारी की थी।
डा सोमनाथ यादव की सामाजिक जीवन बाल स्वयंसेवक से प्रारंभ हुआ तथा हाईस्कूल से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में लंबे समय तक सक्रिय रहे। श्री यादव नगर अध्यक्ष,जिला संयोजक,विभाग प्रमुख, प्रदेश सहमंत्री (मध्य प्रदेश), प्रथम प्रदेश मंत्री (छत्तीसगढ़), राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य के साथ विभाग संगठन मंत्री के रूप में बस्तर और सरगुजा संभाग में कार्य किया। भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय सदस्य रहते हुए डा सोमनाथ नगरनिकाय,विधानसभा, लोकसभा चुनावों में अपनी महती जवाबदारी निभाते रहे हैं। जन संघी पृष्ठभूमि से आने वाले सोमनाथ के चाचा स्व. मटरु लाल यादव संघ के मुख्य प्रचारक रहे।
पिछड़ा वर्ग के नेता के रूप में जाने जाने वाले डॉक्टर सोमनाथ यादव छत्तीसगढ़ यादव समाज (खासकर बिलासपुर संभाग) में सामाजिक उत्थान,एकता,अपनी संस्कृति और सनातन धर्म के संरक्षण के लिए विगत 35 वर्ष से सतत क्रियाशील हैं। भारतीय यादव महासभा का प्रदेश अध्यक्ष के नाते भी डा यादव समाज में सक्रिय हैं। संस्कृति और लोककलाओं तथा साहित्य के संरक्षण, संवर्धन हेतु विगत 34 वर्ष से साल भर कार्य करते रहते हैं,इनकी विभिन्न विषयों पर आधारित लगभग 18 पुस्तक प्रकाशित हुई है।

अरपा नदी के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए लंबे समय से है सक्रिय डॉक्टर सोमनाथ यादव
बिलासपुर की जीवनदायिनी मां अरपा नदी के साथ 40 अन्य नदी नालों को बचाने हेतु लगातार 18 वर्ष से अरपा उद्गम पेंड्रा से संगम स्थल बिटकूली(बिल्हा) तक विभिन्न जनजागरण यात्रा का कार्य कर रहे हैं। राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग छत्तीसगढ़ शासन में अध्यक्ष रहते हुए डा सोमनाथ द्वारा पिछड़ा वर्ग के जाति समूहों के लिए अनेक लोक जनकार्य किया गया। वही पत्रकारिता में रहते हुए लगभग 12 साल अपनी लेखनीय से समाज की ज्वलंत मुद्दों को उठाया है, इस तरह युवाकाल से अब तक सामाजिक तथा राजनीतिक जीवन में सक्रिय हैं। साहित्य और समाजसेवा में इन्हे राष्ट्रपति अवार्ड के साथ सैकड़ों राज्य,राष्ट्रीय,अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार,सम्मान मिल चुका है।डा सोमनाथ यादव की शिक्षा बी. काम, एम ए हिंदी साहित्य, समाजशास्त्र, जर्नलिज्म एंड मॉस कम्युनिकेशन और पी एच डी है। सरल और सहज रूप से रहने वाले डा सोमनाथ की हर कार्यों में सक्रियता बनी रहती है,इसलिए इन्हे हर वर्ग के लोग पसंद करते हैं।
यादव समाज ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नड्डा को पत्र प्रेषित कर यादव समाज की भाजपा द्वारा की जा रही उपेक्षा की निंदा की बिलासपुर । सर्व यादव समाज छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश यदु ने भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ द्वारा छत्तीसगढ़ यादव समाज की किए जा रहे उपेक्षा पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा को पत्र लिखकर निंदा की है।
श्री यदु ने पत्र में लिखा है कि छत्तीसगढ़ के यादव समाज की जनसंख्या अनुपात से आप परिचित है वही 70 प्रतिशत यादव समाज का भारतीय जनता पार्टी से जुड़ाव से भी आप पूरी तरह से वाफिक हैं । यही नहीं छत्तीसगढ़ में यादव समाज ही ऐसा समाज है जो अन्य समाजों से मिल जुल कर कार्य करती है और हिंदुत्व की धारा को आगे बढ़ाती है। सर्व यादव समाज छत्तीसगढ़ बहुत ही दुख के साथ आपसे बात रखने को मजबूर हुआ है कि छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी हमेशा से यादव समाज की उपेक्षा ही नही की बल्कि गाहे बगाहे विधानसभा,लोकसभा चुनावों में टिकिट देने से साफ मना करती रही। इसी प्रकार प्रदेश संगठन में भी कर्मठ यादव कार्यकर्ताओं को कभी भी प्रदेश पदाधिकारी नही बनाया गया। भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ द्वारा छत्तीसगढ़ के यादव समाज से इतनी नफरत करना,उपेक्षा करना समझ से परे है। छत्तीसगढ़ यादव समाज चाहे वे मैदानी क्षेत्रों में निवासरत हो या फिर आदिवासी बहुल क्षेत्र हो, हमेशा भाजपा का साथ दिया है।
भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ द्वारा छत्तीसगढ़ के लाखो यादवों के साथ की जा रही उपेक्षा की सर्व यादव समाज छत्तीसगढ़ निंदा करती है और यह मांग करती है कि वर्तमान लोकसभा चुनाव में भाजपा छत्तीसगढ़ में एक सीट यादव समाज को दे अन्यथा छत्तीसगढ़ के यादव समाज भाजपा के विरुद्ध कार्य करने में मजबूर होगी और जिसका दूरगामी परिणाम भाजपा को देखने को मिलेगा।
ज्ञात हो कि भाजपा की मूल बॉडी के साथ वर्तमान में जो पिछड़ा वर्ग मोर्चा एवं किसान मोर्चा का गठन हुआ उसमें भी यादव समाज को ऊपेक्षित रखा गया पूरे प्रदेश बॉडी में मात्र एक यादव को रखा गया जबकि अन्य समाज के तीन तीन, चार चार पदाधिकारी है पूरे प्रदेश का एक भी जिला अध्यक्ष यादव नहीं है जबकि जनसंख्या अनुपात में यादवों की स्थिति दूसरे बड़े आबादी की है, इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या हो सकता है। विगत विधानसभा चुनाव में यादव समाज ने कमर कस कर भाजपा को साथ दिया था जिसका परिणाम सरकार बनी लेकिन दुर्भाग्य है कि सरकार बनने के बाद उन समाजों को जिन लोगों ने पूरा सहयोग किया आज कोई पूछने वाला नहीं है।

