अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में मजबूती की दिशा में मोदी जी का बड़ा फैसला

किसी भी राष्ट्र के राष्ट्र प्रमुख का उद्देश्य देश की आंतरिक मजबूती के साथ-साथ बाहरी रिश्ते (अंतर्राष्ट्रीय संबंधों) की बेहतरी का उपाय करना होता है. मोदी सरकार इस दिशा में बेहतर साबित हो रही है. सामरिक रिश्तों की मजबूती दिन ब दिन बढती जा रही है. सामरिक रिश्तों में मजबूती का लाभ देश की अर्थव्यवस्था, सामरिक छवि में बढ़ोतरी और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर पहचान में इजाफ़ा होता है.
अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में मजबूती की आधारशिला किसी भी देश का पड़ोसी मुल्क होता है. ऐसे में मोदी सरकार अपने पड़ोसी राष्ट्रों के साथ मधुर एवं मजबूत संबंध बनाने की दिशा में अग्रसर है. भारत और अफग़ानिस्तान के बीच मौजूदा समय में जो रिश्ते हैं, काफी मजबूत एवं सुदृढ़ है. भारत समय-समय पर अफग़ानिस्तान की मदद करता रहता है.
कल भारत और अफग़ानिस्तान के राष्ट्र प्रमुखों के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से द्विपक्षीय वार्ता हुई. प्रधान सेवक नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में क्षेत्रीय समस्याओं पर बल दिया और इसी वार्ता के दरमियान भारत अफग़ानिस्तान के बीच स्थित प्रोजेक्ट टाइम पर करार किया गया.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत अफग़ानिस्तान का इतिहास खानपान, सभ्यता, संस्कृति दोनों देशों का संबंध आपस में जुड़ा हुआ है. मोदी ने आगे वार्ता जारी रखते हुए कहा कि दोनों देश लगातार विकास में दो दशक से काम कर रहे हैं.
फिर मोदी ने आगे कहा कि भारत कई प्रोजेक्ट पर अफग़ानिस्तान में काम कर रहा है, जो हमारी दोस्ती को दिखाता है. मोदी ने आगे कहा बहुत सी बाहरी ताकत हमारी दोस्ती को रोकना चाहती है. लेकिन रोक नहीं सकती है.
भारत और अफग़ानिस्तान दोनों आतंकवाद से परेशान है. दोनों देशों का उद्देश्य आतंकवाद का सफाया करना है. जिससे आम जनजीवन स्वस्थ एवं खुश हाल जीवन बिता सके. आपको बता दें कि $286 की लागत से बन रहे शहतूत डैम को काबुल में बनाया जाएगा. इसका निर्माण भारत करने जा रहा है. इस डैम से काबुल के लोगों को खेती और पीने के लिए पानी उपलब्ध होगा. अफग़ानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने इस दौरान भारत का शुक्रिया अदा किया और क्षेत्र में शांति पर बल दिया. अशरफ गनी ने आगे कहा कि जो भी देश आतंकवाद को बढ़ाने का काम कर रहे हैं उन्हें उजागर करने की जरूरत है.
मैं आपको बता दूं कि कोरोना वैक्सीन जब से भारत में उपलब्ध हुआ है, भारत अपने पड़ोसी मुल्कों को फ्री में कोरोना वैक्सीन उपलब्ध करा रहा है. अफग़ानिस्तान में भी कोरोना वैक्सीन की खेप जा चुकी है, जिसको लेकर अफग़ानिस्तान के राष्ट्रपति ने भारत का शुक्रिया अदा किया.
कोई राष्ट्र किसी अन्य राष्ट्र में जाकर उस देश की मदद करता है, तो कहीं न कहीं अंतर्राष्ट्रीय पटल पर देश की छवि उसकी गरिमा बढ़ाने का काम करता है. मोदी सरकार बराबर इस दिशा में प्रयासरत है कि जो भी पड़ोसी मुल्क हैं उनको आर्थिक, सामाजिक, भौतिक और तकनीकी मदद देकर उनको भारत के प्रति आभारी बनाना है.
