जैसे-जैसे बंगाल विधान सभा चुनाव की तारीख़ नज़दीक आती जा रही है, बंगाल की राजनीति में उथल पुथल मची हुई है. ममता की पार्टी में बड़ी सेंधमारी करने में भाजपा काफी हद तक सफल हो रही है, ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले विधान सभा चुनाव की राजनीतिक पिच पर बीजेपी एक तरफ़ा बैंटिग करती नजर आयेगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पश्चिम बंगाल के दौरे से पहले राज्य की सत्तारूढ़ ममता बनर्जी सरकार को एक और झटका लगा.
शुक्रवार को पार्टी के विधायक और वन मंत्री राजीव बनर्जी ने भी इस्तीफ़ा दे दिया है. उन्होंने ममता बनर्जी को अपना इस्तीफ़ा पहले ही भेज दिया था, लेकिन इसकी प्रति राज्यपाल को भी भेजी है. आमतौर पर कोई भी मंत्री इस्तीफ़ा देने पर मुख्यमंत्री को बताता है और मुख्यमंत्री ही उनका इस्तीफ़ा राजभवन में मंजूरी के लिए भेजती हैं. लेकिन इस मामले में राजीव ने राज्यपाल को भी अपने इस्तीफ़े की प्रति भेजी.
शुक्रवार दोपहर के बाद राजीव राज्यपाल से औपचारिक मुलाक़ात करने के लिए राजभवन पहुंचे.
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने उनका इस्तीफ़ा स्वीकार कर लिया है.
अपने इस्तीफ़े की जानकारी राजीव बनर्जी ने फ़ेसबुक पेज पर दी थी.
राजीव बनर्जी ने फ़ेसबुक पर लिखा, “आज मैं पश्चिम बंगाल के वन विभाग के मंत्री के पद से इस्तीफ़ा दे रहा हूं. वर्षों से मैंने पूरी ज़िम्मेदारी और लगन के साथ अपना कर्तव्य निभाने की कोशिश की है. मैंने आप सभी को अपना परिवार माना है और आपके समर्थन ने मुझे और अधिक प्रयास करने और बेहतर तरीके से आपकी सेवा में बने रहने के लिए हमेशा प्रेरित किया है, इसलिए मैं इस मंच पर अपने औपचारिक इस्तीफ़े की घोषणा कर रहा हूं और इस संबंध में संबंधित प्राधिकरण को सूचित कर दिया है. उम्मीद करता हूं कि आने वाले वर्षों में मैं आपमें से हर एक की सेवा में यथा संभव बेहतर तरीके से लगा रहूंगा क्योंकि यही एकमात्र कारण है कि मैं राजनीति में हूं.”
इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नाम लिखे गए अपने इस्तीफ़े की प्रति भी फ़ेसबुक पर अपलोड की.
ममता मंत्रिमंडल से तीसरा इस्तीफ़ा
ममता बनर्जी के मंत्रिमंडल से बीते कुछ दिनों में तीसरा इस्तीफ़ा है. कुछ दिन पहले खेल एवं युवा कल्याण मंत्री लक्ष्मी रतन शुक्ला ने भी मंत्री पद से इस्तीफ़ा दे दिया था.
बीते दिनों नंदीग्राम के विधायक शुभेंदु अधिकारी ने भी इस्तीफ़ा दिया और वो बीजेपी में शामिल हो गए हैं.
वहीं नादिया ज़िले के विधायक अरिंदम भट्टाचार्य दिल्ली जाकर बीजेपी में शामिल हो गए हैं.
इसके अलावा विधायक प्रवीण घोषाल ने भी सार्वजनिक रूप से पार्टी नेतृत्व की आलोचना की है. माना जाता है कि उनके भी बीजेपी में जाने का रास्ता तैयार हो रहा है.
उनके अलावा लगभग 34 तृणमूल नेता बीजेपी का दामन थाम चुके हैं. इनमें पाँच विधायक भी शामिल हैं.
राजीव बनर्जी के भी बीजेपी में जाने की अटकलें तेज़ हो गई हैं.