बर्ड फ्लू पर सरकार का बड़ा फैसला
बर्ड फ्लू पर सरकार का बड़ा फैसला
देश में बर्ड फ्लू के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश को नियंत्रित क्षेत्र घोषित कर दिया है. इसी के साथ राज्य में जीवित पक्षियों के आयात पर रोक लगा दी गई है.
सटे राज्य राजस्थान, मध्यप्रदेश, हरियाणा और पड़ोसी हिमाचल प्रदेश में एवियन इनफ़्लुएंजा के संक्रमण को देखते हुए उत्तर प्रदेश को नियंत्रित क्षेत्र घोषित कर दिया गया है.
प्रदेश में बर्ड फ्लू के संक्रमण को देखते हुए राज्य की सीमा में किसी भी तरह के जीवित पक्षी को नहीं लाया जा सकेगा. ये प्रतिबन्ध 24 जनवरी तक लागू रहेगा. इस बीच अगर कोई व्यवसायी या परिंदों का शौकीन व्यक्ति यूपी में कोई भी पक्षी लेकर आता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि उत्तर प्रदेश के कानपुर का चिड़ियाघर अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है. यहां चिड़ियाघर में 4 मरे पक्षियों में बर्ड फ्लू के वायरस पाए गए हैं. इसके बाद प्रशासन ने बाड़े के सभी पक्षियों को मारने के आदेश दिए हैं. कानपुर प्रशासन ने पूरे इलाके को रेड जोन घोषित कर दिया. यहां लोगों के आने पर भी मनाही है.
बर्ड फ्लू के बढ़ते दायरे के बाद लखनऊ के नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान अलर्ट पर है. चिड़ियाघर में सभी पक्षियों के बाड़े को सैनिटाइज किया जा रहा है. अंदर बाहर चूना छिड़का जा रहा है. चिड़ियाघर के बर्ड सेक्शन को भी सैलानियों के लिए बंद कर दिया गया है. लखनऊ चिड़ियाघर ने बर्ड एक्सचेंज प्रोग्राम को भी बंद कर दिया है.
यूपी सरकार ने बर्ड फ्लू के मामलों की निगरानी के लिए एक नियंत्रण कक्ष बनाया है जो चौबीसों घंटे काम कर रहा है.

भारत के जिन चार राज्यों में बर्ड फ्लू के मामले आए थे, उनमें इस बीमारी के होने की पुष्टि हो चुकी है. साथ ही अब कुछ और राज्यों से भी बर्ड फ्लू के मामले सामने आने की खबर है. ये राज्य हैं उत्तर प्रदेश, ओडिशा, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर. इसे देखते हुए केंद्र और राज्य सरकारें अलर्ट हो चुकी हैं. केरल में केंद्र सरकार की तीन सदस्यीय टीम हालात का जायजा लेने गई है. यहां 50 हजार से ज्यादा पक्षियों को मारा जा चुका है.
बर्ड फ्लू ने कब-कब प्रभावित किया
भारत में बर्ड फ्लू का यह चौथा हमला है. आइए जानते हैं कि इस बीमारी ने कब-कब भारत को अपना निशाना बनाया और इसका क्या असर रहा.
पशुपालन और डेयरी विभाग के अनुसार भारत में साल 2006, 2012, 2015 और अब 2021 में बर्ड फ्लू यानी एवियन इंफ्लूएंजा ने हमला किया है. नेशनल हेल्थ प्रोग्राम की साइट के अनुसार बर्ड फ्लू की वजह से भारत में अभी तक किसी इंसान की मौत नहीं हुई है. जबकि, दुनिया भर के 16 देशों में 846 लोग इस बीमारी से संक्रमित हुए और इनमें से 449 की मौत हो गई.
इन 16 देशों में से तीन देश भारत के पड़ोसी हैं. पाकिस्तान, बांग्लादेश और म्यांमार. भारत में अभी तक बर्ड फ्लू के H5N1 वायरस ने ही हमला किया है. जबकि, इसका एक और खतरनाक वायरस है, जिसे H7N9 कहते हैं. साल 2013 में H7N9 की वजह से चीन में 722 इंसान संक्रमित हुए थे, इनमें से 286 लोगो की मौत हो गई थी. बर्ड फ्लू का ये वायरस H5N1 से ज्यादा खतरनाक है.
पशुपालन और डेयरी विभाग के अनुसार साल 2006 से लेकर साल 2015 तक भारत के 15 राज्यों में 25 बार मुर्गियों में बर्ड फ्लू का वायरस यानी एवियन इंफ्लूएंजा वायरस मिला है. जिसे हम लोग आम भाषा में H5N1 कहते हैं. भारत में सबसे पहले 19 फरवरी 2006 को महाराष्ट्र के नंदूरबार जिले के नवापुर गांव की मुर्गियों में बर्ड फ्लू का वायरस मिला था.
इसके बाद अगले पांच दिनों में सरकार ने 2.53 लाख मुर्गियों को मारा था और 5.87 लाख अंडों को नष्ट किया था. जिन लोगों में फ्लू के लक्षण दिखे थे, उन्हें क्वारंटीन कर दिया गया था. करीब 150 लोगों का सैंपल लेकर पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में भेजा गया था. लेकिन किसी भी इंसान के संक्रमित होने या मरने की खबर नहीं आई थी
भारत में अब तक जिन राज्यों में बर्ड फ्लू का बड़ा अटैक हो चुका है, वो हैं- महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, बिहार, असम, मेघालय, मणिपुर, त्रिपुरा, ओडिशा, कर्नाटक, केरल, चंडीगढ़. इसके अलावा अन्य राज्यों में छोटे-मोटे मामले सामने आते रहे हैं. लेकिन उन्हें बर्ड फ्लू का बड़ा हमला नहीं कहा जा सकता.
नेशनल हेल्थ प्रोग्राम की साइट के अनुसार भारत में अभी तक इंसानों में बर्ड फ्लू का संक्रमण देखने को नहीं मिला है. जबकि, इसके इलाज की व्यवस्था सरकार के पास पूरी है. दिल्ली स्थित नेशनल सेंटर फॉर डिजीस कंट्रोल के तहत चल रहे इंटीग्रेटेड डिजीस सर्विलांस प्रोग्राम के तहत देश भर में बर्ड फ्लू समेत कई बीमारियों पर नजर रखी जा रही है.
ओडिशा में सरकार ने लोगों से कहा है कि वो घबराएं नहीं. हिमाचल प्रदेश के पोंग वाइल्डलाइफ सेंक्चुरी में भी 381 से ज्यादा प्रवासी पक्षियों की मौत हो चुकी है. बर्ड फ्लू की वजह से यहां पर अब तक 3409 पक्षियों की मौत हो चुकी है. हरियाणा की सरकार ने तीन सैंपल को भोपाल स्थित लैब में जांच के लिए भेजा है. ये तीनों सैंपल बरवाला के अलग-अलग पोल्ट्री फार्म्स से लिए गए हैं.
राजस्थान में अब तक कुल 425 पक्षियों की मौत हो चुकी है. गुरुवार को 170 पक्षियों की मौत की खबर आई थी. जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले के जगानू इलाके में 150 कौवे मरे मिले थे. उनके सैंपल भी जांच के लिए भेजे गए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि बर्ड फ्लू का संक्रमण इंसानों में कम होता है. इंसानों से इंसानों में इसका संक्रमण अत्यधिक दुर्लभ है, इसलिए किसी को घबराने की जरूरत नहीं है.
छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के पोंडी गांव में खेतों में शुक्रवार को चार कौवे मरे मिले हैं. प्रशासन ने इनका सैंपल लेकर जांच के लिए पुणे स्थित प्रयोगशाला में भेजा है. राज्य की सरकार अलर्ट मोड पर है. राज्य सरकार केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है. राज्य सरकार के सात पोल्ट्री फार्म्स से सैंपल लिए जा रहे हैं. उनकी जांच भी कराई जाएगी.

