मेडिकल कॉलेज, सड़क निर्माण सहित रेल सुविधाओं के विस्तार के लिए केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू से मिले भाजपा नेता
पेंड्रारोड रेलवे स्टेशन में रैंप युक्त फुट ओवर ब्रिज, रैन बसेरा सहित गोरखपुर रेलवे फाटक में फ्लाईओवर एवंअंडर ब्रिज है जरूरी

गौरेला पेंड्रा मरवाही
मेडिकल कॉलेज, सड़क निर्माण सहित रेल सुविधाओं के विस्तार के लिए जिले के भाजपा नेताओं ने केंद्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू
ऊर्जा एवं शहरी विकास राज्य मंत्री
भारत सरकार नई दिल्ली से मिले तथा इन मांगों को पूरा करने के लिए आवश्यक पहल करने का आग्रह किया।
भाजपा नेताओं ने केंद्र राज्य मंत्री श्री साहू को बताया कि हमारा जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही वनों से घिरा है इसमें वन्य प्राणियों के आक्रमण से अनेक ग्रामीणों की जनहानि हो जाती है,उच्च स्वास्थ्य सेवा यहां से बहुत दूर है अतएव जिलें में मेडिकल कॉलेज स्थापित हो तो उच्च स्वास्थ्य सेवा से से प्रतिवर्ष अनेक मौतें बचायी जा सकेंगी और शिक्षा का भी नया द्वार खुलेगा, मेडिकल कॉलेज की स्थापना कराए जाने की मांग करते है। इसी तरह पेंड्रारोड रेल्वे स्टेशन अमरकंटक का सबसे समीप रेल्वे स्टेशन है प्रतिवर्ष पूरे देश से लाखों तीर्थ यात्री व पर्यटक अमरकंटक जाने के लिए इसी स्टेशन से आवागमन करते है यहां से गुजरने वाली तीन ट्रेनों का ठहराव की मांग करते है
, जबलपुर संतरागाछी जबलपुर एक्सप्रेस
,रानी कमलापति संतरागाछी रानी कमलापति एक्सप्रेस,बिलासपुर चिरमिरी बिलासपुर । इसी के साथ पेंड्रारोड स्टेशन के पार गरीबों और आदिवासीयों की बस्ती है आने जाने के लिए बच्चे, महिलाएं, वृद्ध सभी लाइन पार कर आवागमन करते है आर पार जाने के लिए एक फुट ओवरब्रिज की आवश्यकता है जिस पर पैदल और बाइक आ जा सके।

इसी तरह इंदिरा गांधी आदिवासी विश्वविद्यालय पोड़की अमरकंटक मार्ग अत्यंत जर्जर है पेंड्रारोड से करंगरा होकर विश्वविद्यालय मार्ग के जीर्णोद्धार की मांग करते है। केंद्रीय राज्य मंत्री से मिलने वाले भाजपा नेताओं में मुख्य रूप से बृजलाल सिंह राठौर, राम प्रकाश ठाकुर राकेश चतुर्वेदी तापस शर्मा सहित अनेक भाजपा नेता शामिल थे।
रेलवे के क्षेत्र में यात्री सुविधाओं के विस्तार की है दरकार
गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले का प्रमुख रेलवे स्टेशन पेंड्रारोड है जहां 24 घंटे में दो दर्जन से ज्यादा ट्रेनें गुजरती है तथा यह रेलवे स्टेशन तीर्थ स्थल अमरकंटक जाने वाले यात्रियों के लिए प्रमुख रेलवे स्टेशन है परंतु इसके बावजूद इस रेलवे स्टेशन में यात्री सुविधाओं की काफी कमी है। प्लेटफार्म क्रमांक 1 से 2 एवं 3 में जाने के लिए यहां सिर्फ कटनी की दिशा में एक रेलवे फ़ुट ओवर ब्रिज है जो सीढ़ीदार है जिसमें बुजुर्गों, विकलांगों, महिलाओं एवं बच्चों को प्लेटफार्म बदलने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है वर्षों से यहां एक नए रैंप युक्त फुट ओवर ब्रिज की मांग चल रही है परंतु इस समस्या पर रेल प्रशासन का ध्यान बिल्कुल भी नहीं है इसी तरह गोरखपुर रेलवे फाटक जो मध्य प्रदेश के साथ इंदिरा गांधी आदिवासी यूनिवर्सिटी एवं जिले की एक बड़ी आदिवासी आबादी को जोड़ने का काम करता है वहा पर रेल लाइन को पार करने के लिए अंडर ब्रिज फ्लाईओवर ब्रिज बनाने की मांग चल रही है जिसका रेल विभाग से संज्ञान नहीं ले रहा है जबकि आजादी के अमृत महोत्सव पर बिलासपुर रेलवे जोन के प्रायः सभी स्टेशन में यात्री सुविधाओं के विस्तार के लिए भारत सरकार रेल विभाग द्वारा बड़ी राशि स्वीकृत की गई है। पेंड्रा रोड रेलवे स्टेशन में अमरकंटक आने वाले यात्रियों की एक बड़ी तादाद रहती है जिनके लिए रेलवे स्टेशन के बाहर रेन बसेरा बनाए जाने की भी मांग लंबे समय से की जा रही है।

