मुख्यमंत्री कन्या विवाह: जिले के 80 जोड़े बंधे परिणय सूत्र में

आयुष कॉलेज मरवाही में किया गया सामूहिक विवाह का आयोजन

विधायक  मरपच्ची ने उपहार वितरण कर दिया सुखद वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद

    गौरेला-पेंड्रा-मरवाही

विकासखंड मरवाही के ग्राम पंचायत लोहारी स्थित आयुष कालेज में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत आज जिला स्तरीय सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विवाह समारोह में जिले के 80 जोड़ों ने सात फेरे लेकर परिणय सुत्र में बंधे। कॉलेज परिसर से गाजे बाजे के साथ बारात निकाला गया, जिसके बाद विवाह स्थल पर बारातियों का स्वागत किया गया और सभी जोड़ों का विधि विधान और मंत्रोच्चार के साथ विवाह संपन्न हुआ। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत नव विवाहित जोड़ों को आलमारी, पंखा, बर्तन सहित विभिन्न घरेलू सामग्री प्रदान किया गया। साथ ही 21 हजार रुपए की राशि हितग्राही के खाते में अंतरित किया जायेगा।


             सामूहिक विवाह में मुख्य अतिथि मरवाही विधायक  प्रणव कुमार मरपच्ची और अथितियों ने नव विवाहित जोड़ों को बधाई दी और उनके सुखद वैवाहिक जीवन के लिए आशीर्वाद दिए। विधायक  मरपच्ची ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना गरीब परिवार की कन्याओं के विवाह के लिए विशेष प्रयास है। शासन द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के सहयोग के लिए इस योजना कि शुरुआत की गई है। इस योजना से अभिभावकों को राहत मिल रही है और बेटियां लाभान्वित हो रही है। सामूहिक विवाह के दौरान प्राथमिक शाला लोहारी के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की मनमोहक प्रस्तुति दी गई। इस अवसर पर कलेक्टर प्रियंका ऋषि महोबिया, अपर कलेक्टर नम्रता आनंद डोंगरे, परियोजना प्रशासक डीआरडीए केपी तेंदुलकर, एसडीएम मरवाही दिलेराम दाहिरे, महिला एवं बाल विकास अधिकारी अतुल परिहार सहित संबंधित अधिकारी, स्थानीय जनप्रतिनिधिगण, गणमान्य नागरिक, नव विवाहित जोड़ों के परिवारजन और बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने भी मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना का उठाया लाभ

               ग्राम मंगुर्दा सेक्टर दानिकुंडी की रहने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ता देवकी चौधरी भी मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना से लाभांवित होकर वैवाहिक जीवन में प्रवेश कर बेहद खुश है। वे मुख्यमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि इस योजना के माध्यम से राज्य के कई निर्धन परिवारों का सम्मानपूर्वक अपनी बेटियों के विवाह करने का सपना पूरा हो रहा है। जिससे कि फिजूल खर्ची न होकर सादगीपूर्ण विवाह को बढ़ावा मिल रहा है इससे दहेज जैसे कुप्रथा से मुक्ति भी मिल रही है।

Akhilesh Namdeo

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