ज्वालेश्वर महादेव स्थित परिक्रमावासी विश्राम गृह में ठेकेदार का ताला

मौसम परिवर्तन से पानी बदली में खुले आसमान पर रह रहे परिक्रमावासी
अखिलेश नामदेव
गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में का प्रमुख तीर्थ स्थल ज्वालेश्वर महादेव स्थित परिक्रमा वासियों के लिए बनाए गए विश्राम गृह में ठेकेदार द्वारा ताला जड़े जाने के कारण परिक्रमा वासियों को भयंकर तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम परिवर्तन के कारण यह परेशानी और बढ़ गई है तथा परिक्रमा वासियों को पानी बदली के बीच ठिठुरते खुले आसमान के नीचे रहना पड़ रहा है।

तीर्थ स्थल अमरकंटक से सटा गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले का प्रमुख तीर्थ ज्वालेश्वर महादेव मां नर्मदा पंचकोशी परिक्रमा तीर्थ क्षेत्र अमरकंटक में स्थित है जहां अमरकंटक आने वाले तीर्थ यात्री श्रद्धालु एवं विशेष कर परिक्रमा वासी अनिवार्य रूप से पहुंचते हैं। जलेश्वर महादेव तीर्थ में परिक्रमा वासियों की सुविधाओं के लिए छत्तीसगढ़ पर्यटन विभाग द्वारा परिक्रमा वासियों के लिए एक विश्राम गृह लगभग 10 वर्षों पूर्व बनवाया गया था जिसमें अभी जनपद पंचायत गौरेला द्वारा लिपाई पुताई के लिए ठेका दिया गया था परंतु ठेकेदार द्वारा लिपाई पुताई के बाद परिक्रमा वासियों के लिए बनाए गए विश्राम गृह में ताला जड़ दिया गया है जिससे परिक्रमा वासियों को बहुत परेशानी हो रही है यह परेशानी तब और बढ़ गई जब 6 अप्रैल की रात से अचानक मौसम परिवर्तन हुआ और मौसम परिवर्तन से पानी गिरने लगा बिजली कड़कने लगी परंतु परिक्रमावासियों को खुले आसमान में रहना पड़ा। कुछ परिक्रमा वासी जलेश्वर महादेव तथा आसपास के मंदिरों में शरण लिए।

नवरात्रि नजदीक होने के कारण रंग पंचमी के बाद से अमरकंटक एवं जलेश्वर महादेव तीर्थ पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या तेजी से बढ़ गई है। इसे देखते हुए जलेश्वर महादेव तीर्थ के महंत ज्ञानेश्वर पुरी ने तत्काल परिक्रमा वासियों के लिए बनाए गए विश्राम ग्रह का ताला खोलने की मांग की है। महंत ज्ञानेश्वर पुरी ने बताया की परिक्रमा वासियों की सुविधा का ध्यान रखते हुए उनके गुरु महंत नरेश पुरी जी महाराज ने छत्तीसगढ़ पर्यटन विभाग के मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के कहने पर यह जमीन पर्यटन विभाग को दी थी ताकि परिक्रमा वासियों के रुकने का उचित प्रबंध हो सके। उन्होंने बताया कि सोमवती अमावस्या एवं सूर्य ग्रहण तथा नवरात्रि होने के कारण श्रद्धालुओं की काफी संख्या जलेश्वर महादेव तीर्थ में पहुंच रही है उन्होंने मांग की है कि तत्काल विश्राम गृह का ताला खोला जाए।
