पेंड्रा बाईपास सड़क के लिए अधिग्रहीत जमीन के मुआवजे की मांग को लेकर किसानों का प्रदर्शन: एसडीएम को सौंपा गया ज्ञापन,किसान नेता एवं पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष इकबाल सिंह के नेतृत्व में किसानों ने सौंपा ज्ञापन
किसान नेता एवं पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष इकबाल सिंह के नेतृत्व में किसानों ने सौंपा ज्ञापन
दुर्गा चौक बस स्टैंड पेंड्रा में किया गया नुक्कड़ नाटक के माध्यम से ध्यान आकृष्ट

गौरेला पेंड्रा मरवाही
8 साल पूर्व स्वीकृत पेंड्रा बाईपास सड़क के लिए अधिग्रहित किसानों की जमीन के मुआवजे की मांग को लेकर किसान नेता एवं पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष सरदार इकबाल सिंह के नेतृत्व में किसानों ने एसडीएम पेंड्रा रोड को ज्ञापन सौंपा।इस दौरान किसानों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से शासन प्रशासन का ध्यान आकर्षित कराया।

उल्लेखनीय की पेंड्रा के अड़भार, कुड़कई, बंधी और अमरपुर के वे किसान, जिनकी भूमि पेन्ड्रा बायपास सड़क निर्माण के लिए आठ साल से अधिक समय पहले अधिग्रहित की गई थी और जो अब तक मुआवजे के इंतजार में हैं। आज दुर्गा चौक, पेन्ड्रा में जनमंच संयोजक एवं पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष इकबाल सिंह के नेतृत्व में एकत्र हुए। सुबह 11 बजे शुरू हुए इस विरोध प्रदर्शन में इकबाल सिंह के संक्षिप्त संबोधन के बाद किसानों द्वारा एक नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया, जिसमें उन्होंने अपनी व्यथा, आक्रोश और नाराजगी को दर्शाया। प्रभावित किसानों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से अपनी व्यथा प्रकट की गई तथा दौरान जीत के माध्यम से नारे लगाए जिसमें
“हक हमारा, ज़मीन हमारी, छीन ले सरकार ने!”
“8 साल से रेंग-रेंग कर थक गए पाँव हमर रे!”
नुक्कड़ नाटक में किसानों ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उदासीनता पर भी उठाए सवाल तथा कहा”वोट पा कर नेता बन गए, सांसद और विधायक रे!”

यह प्रदर्शन के बाद किसानों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने एसडीएम कार्यालय तक मार्च किया और अपने मुआवजे की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा।प्रदर्शन में जो गद्मनी नागरिक उपस्थित थे उनमें कामता महाराज, रामनिवास तिवारी, सादिक खान, प्रशांत श्रीवास, बंटी गोयल, बृजेश सोन, राजेश्वर सिंह, अजय सिंह पवार एवं अन्यप्रदर्शन में भाग लेने वाले प्रमुख किसान
संतोष पटेल, रामजी गौतम, जैदत्त तिवारी, विनोद गणेश यादव, भारत यादव, जैलेश यादव, महेश यादव, अमित केवट, दशरथ चंद्र, अशोक चंद्र, संदीप चंद्र, शनि पटेल, सुमित पटेल, हंसलाल, आदि।

एसडीएम को सौंपा गया ज्ञापन
नुक्कड़ नाटक प्रदर्शन के बाद प्रभावित किसानों ने अनुविभागीय दंडाधिकारी एसडीएम
पेन्ड्रा, गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही, छत्तीसगढ़ को ज्ञापन सौंपा जिसमें भूमि अधिग्रहण अधिनियम के तहत अधिग्रहित भूमि के लिए उचित मुआवजे की मांग अमरपुर, अड़भार, बंधी, कुड़कई, पेन्ड्रा, सेमरा, भदौरा और अन्य गांवों के किसान, हमारी भूमि अधिग्रहण से जुड़े गंभीर अन्याय को लेकर अपनी चिंता व्यक्त करना चाहते हैं। हमारी भूमि को पेन्ड्रा बायपास सड़क परियोजना के लिए सात साल से अधिक समय पहले अधिग्रहित किया गया था। हम सरकार के विकास कार्यों का समर्थन करते हैं, लेकिन अनुचित मुआवजा नीति के कारण हम गंभीर वित्तीय संकट का सामना कर रहे हैं।
प्रभावित किसानों की प्रमुख समस्याएँ है जिमें किसानों की 15 डिसमिल या उससे कम भूमि अधिग्रहित हुई है, उन्हें अधिक मुआवजा दर दी गई, जबकि 60 डिसमिल या 1 एकड़ से अधिक भूमि वालों को कम दर पर मुआवजा दिया गया। यह नीति असंगत और अन्यायपूर्ण है, क्योंकि सभी भूमि एक ही क्षेत्र में स्थितऔर समान कृषि मूल्य रखती है।
कई किसानों को आज तक मुआवजा नहीं मिला है, जिससे वे गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं।
भूमि अधिग्रहण के वर्षों बाद भी बायपास निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ, जिससे किसानों को और अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
ज्ञापन देने वालों ने मांग की है कि मुआवजा नीति को निष्पक्ष एवं समान बनाया जाए ताकि भूमि के आकार के आधार पर कोई भेदभाव न हो।जिन किसानों को अब तक मुआवजा नहीं मिला है, उन्हें तत्काल भुगतान किया जाए कथा
मुआवजा दरों की पुनः समीक्षा की जाए ताकि सभी भूमि मालिकों को न्याय मिल सके। किसानों का नेतृत्व इकबाल सिंह
पूर्व अध्यक्ष, नगर पंचायत पेन्ड्रा संयोजक, जनमंच
किसानों की ओर से अमरपुर, अड़भार, कुड़कई, बंधी, पेन्ड्रा, सेमरा आदि प्रभावित क्षेत्र ने कहा कि
हम आपसे इस विषय पर तत्काल कार्रवाई करने का अनुरोध करते हैं। कृपया संबंधित अधिकारियों के साथ एक बैठक आयोजित करें ताकि इस मुद्दे का समाधान निकाला जा सके। यदि हमारी मांगों की अनदेखी की गई, तो हम अपने आंदोलन को तेज करने के लिए मजबूर होंगे।

