देश का आज भी चहेता चेहरा मोदी

देश का आज भी चहेता चेहरा मोदी

चेहरे की लोकप्रियता और विश्वनीयता जनता की नजरों और उनके दिल में ऐसा मुकाम हासिल कर चुका है कि आज भी वो चेहरा लोगों को खूब भा रहा है. वो चेहरा कोई और नहीं बल्कि देश के प्रधान सेवक मोदी जी का है. कोरोना जैसी महामारी से निपटने के लिये जिस तरीके से मोदी जी ने नेतृत्व प्रदान किया, वो वाकई क़ाबिले-तारीफ है. बात सामरिक रणनीति की करें, तो देश के रिश्ते विश्व की महाशक्तियों के साथ मधुर हुये हैं. चीन पाकिस्तान की गीदड़ भभकी मोदी जी के साहस के आगे हर बार घुटने टेक देता है.

साल 2020 मोदी सरकार के लिए चुनौतियों से भरा रहा था. एक ओर जहां कोरोना महामारी ने देश को अपनी गिरफ्त में कर रखा था तो वहीं बॉर्डर पर चीन पूरे साल चालाकी दिखाने में जुटा रहा. 2020 की शुरुआत नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ प्रदर्शन से हुई तो अंत दिल्ली बॉर्डर पर बैठे किसानों के आंदोलन के साथ. ऐसी स्थितियों को देखते हुए किसी भी नेता या उसकी सरकार की लोकप्रियता में गिरावट आना तय माना जाता है. लेकिन भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और मोदी सरकार के साथ ऐसा नहीं दिख रहा. सर्वे से मालूम पड़ता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता अभी भी बनी हुई और जनता का साथ उनकी सरकार के साथ बना हुआ है.

सर्वे में मालूम पड़ता है कि अगर आज लोकसभा के चुनाव होते हैं, तो NDA को 321 सीटें मिल सकती हैं.

सर्वे के मुताबिक, सोनिया गांधी के नेतृत्व वाले यूपीए को 27 फीसदी वोटों के साथ 93 सीटें मिलने का अनुमान है.

विपक्षी पार्टी हर मुद्दे पर मोदी जी और बीजेपी सरकार को घेरने की फ़िराक में रहती है. लेकिन बढ़ते सोशल मीडिया के दायरे की वजह से अब खबरों की सत्यता जनता तक सुगम तरीके से पहुंच रही है. जिस वजह से विपक्ष का छवि बिगाड़ने का हर प्रयास असफल हो जाता है.

modi ji

एक लोकतांत्रिक देश में पक्ष के साथ साथ विपक्ष का मजबूत होना बहुत जरूरी है, लेकिन देश में विपक्ष की भूमिका आज आरोप प्रत्यारोप तक सीमित हो चुका है. 
अपनी गिरती साख को बचाने का एक मात्र उपाय जनता के मुद्दों को उठाये, जनता के दिल में विश्वास जगाये, अन्यथा बीजेपी और मोदी जी को  राजनीति के  अखाड़े में पटकनी देना आसान न होगा.

Akhilesh Namdeo