जी पी एम जिला स्तरीय लिटिल चैंप सीजन-1 : आराध्या विश्वकर्मा और सताक्षी तिवारी बनीं विजेता,कर्मचारी प्रतिभा मंच द्वारा पहली बार आयोजित गायन प्रतियोगिता में 25 बच्चों ने दी शानदार प्रस्तुति


बैगा जनजाति की मीना बैगा ने भी मंच पर दिखाया हुनर, दर्शकों ने जमकर की सराहना



गौरेला-पेंड्रा-मरवाही


शासकीय कर्मचारी प्रतिभा मंच द्वारा आयोजित जी पी एम जिला स्तरीय लिटिल चैंप सीजन-1 गायन प्रतियोगिता का आयोजन 3 सितम्बर को पेण्ड्रा के मल्टीपरपज हायर सेकेंडरी स्कूल के असेंबली हॉल में हुआ। प्रतियोगिता के जूनियर वर्ग (6 से 14 वर्ष) में आराध्या विश्वकर्मा चैंपियन बनीं, जबकि द्वितीय स्थान स्वास्तिका चटर्जी और आरोही श्रीवास को संयुक्त रूप से मिला तथा तृतीय स्थान देवांशी दुबे के नाम रहा। वहीं सीनियर वर्ग (15 से 20 वर्ष) में सताक्षी तिवारी ने पहला स्थान हासिल किया। गुनगुन गोस्वामी द्वितीय और मानवी मिश्रा तृतीय स्थान पर रहीं।


प्रतियोगिता में दोनों वर्गों से कुल 25 प्रतिभागियों ने भाग लिया। निर्णायक मंडल में उषा पवार, मीनाक्षी केशरवानी, राजेंद्र कृष्ण पांडे, डोमन काछी एवं नीरज चौधरी शामिल थे। जजों ने सभी प्रस्तुतियों को बेहद शानदार बताया और चयन को कठिन बताया।



विशेष अतिथियों ने दी शुभकामनाएं
समारोह में जिला पंचायत उपाध्यक्ष राजा उपेंद्र बहादुर सिंह, पुलिस अधीक्षक एसआर भगत, प्रभारी अपर कलेक्टर अमित बेक सहित अन्य अतिथि मौजूद रहे। एसपी भगत ने बच्चों की प्रस्तुति को सराहते हुए कहा— “यह नाम भले ही लिटिल चैंप है, लेकिन बच्चों की प्रतिभा देखकर लगता है कि वे बड़े मंचों के लिए तैयार हैं।” उन्होंने सभी प्रतिभागियों को सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।

बैगा जनजाति की बच्ची ने भी लूटी वाहवाही
कार्यक्रम की विशेष आकर्षण रही बैगा जनजाति की छात्रा मीना बैगा। मिडिल स्कूल बोईरडांड में पढ़ने वाली मीना ने तबीयत खराब होने के बावजूद शानदार प्रस्तुति दी। उनके शिक्षक अमिताभ चटर्जी के सहयोग से मंच पर उतरी मीना की प्रस्तुति ने साबित किया कि प्रतिभा किसी भी परिस्थिति में अपना रास्ता बना लेती है।



सीनियर वर्ग विजेता सताक्षी तिवारी का संगीत सफर


सीनियर वर्ग में प्रथम आने वाली सताक्षी तिवारी भारतीय शास्त्रीय संगीत में विशारद हैं। उन्होंने गंधर्व विश्वविद्यालय से संगीत की शिक्षा ली है और युवा कला महोत्सव में जी पी एम जिले का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं।

हर प्रतिभागी को मिला सम्मान
कार्यक्रम के अंत में सभी विजेताओं सहित सभी प्रतिभागियों को पुरस्कार और प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। आयोजन समिति ने बच्चों के उत्साहवर्धन के लिए हर प्रतिभागी को सम्मानित करने की परंपरा निभाई।



आभार व्यक्त करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी रजनीश तिवारी ने कहा कि मंच से प्रस्तुति देना कठिन कार्य होता है, लेकिन बच्चों ने जिस आत्मविश्वास के साथ प्रदर्शन किया, वह प्रशंसनीय है।

Akhilesh Namdeo

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