शिक्षक पोस्टिंग संशोधन घोटाला मामले में शिक्षामंत्री ने आरोपियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने की बात कही

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गौरेला पेंड्रा मरवाही अखिलेश नामदेव

 एलबी संवर्ग के सहायक शिक्षक से शिक्षक और शिक्षक से प्रधान पाठक पद पर पदोन्नति के बाद 778 पोस्टिंग आदेश में संशोधन कर करोड़ों रुपए वसूलने के मामले में शिकायतकर्ता मरवाही के वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ नरेंद्र राय ने शिक्षामंत्री रविन्द्र चौबे से मुलाकात कर दोषियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने की मांग की, जिसके बाद शिक्षामंत्री ने कहा है कि कमिश्नर की जांच रिपोर्ट के आधार पर आरोपियों के विरुद्ध एफआईआर भी दर्ज कराएंगे।

बिलासपुर शिक्षा संभाग में पदोन्नत शिक्षकों के पोस्टिंग संशोधन में करोड़ों रुपए वसूले जाने की शिकायत पर जेडी एसके प्रसाद और मास्टर माइंड क्लर्क विकास तिवारी को शासन ने डॉ नरेन्द्र राय की शिकायत पर पहले ही सस्पेंड कर दिया है लेकिन जेडी कार्यालय के ही अन्य संदेही अधिकारी को जेडी का प्रभार दिए जाने के बाद शिकायतकर्ता ने शिक्षामंत्री से मिलकर जेडी के प्रभार पर आपत्ति जताया है, जिसपर शिक्षामंत्री ने कहा कि वो जल्द ही नए जेडी की पोस्टिंग करेंगे।

एफआईआर दर्ज कर संशोधन निरस्त करने से दलालों के रैकेट का खुलासा होगा जिसमें कुछ शिक्षक नेता भी संदेह के दायरे में हैं।
दलालों के रैकेट तक पहुंचने के लिए करोड़ों रुपए के पोस्टिंग संशोधन घोटाले में एफआईआर दर्ज करने के बाद गिरफ्तारी कर आरोपियों से पूछताछ किए जाने पर दलालों के रैकेट तक पहुंचना आसान हो जायेगा। क्योंकि जब संशोधन आदेश निरस्त होंगे तब दलालों से अपने रूपये वापस लेने के लिए शिक्षक भी उनके पीछे पड़ जायेंगे।रिक्त स्कूलों के नाम छिपाने के कारण पूरी काउंसिलिंग प्रक्रिया अवैध हो गई है जिन स्कूलों में पोस्टिंग आदेश में संशोधन किया गया है उनमें से अधिकतर स्कूलों के नाम काउंसिलिंग के दौरान सार्वजनिक नहीं किए गए थे इसलिए पूरी की पूरी काउंसिलिंग प्रक्रिया ही अवैध हो गई है। इसलिए अब यह देखना होगा कि अवैध काउंसिलिंग और अवैध संशोधन आदेश को शासन निरस्त करती है या नहीं करती है।

कमिश्नर की जांच रिपोर्ट में रिक्त स्कूलों के नाम छिपाने का खुलासा हुआ है
बिलासपुर के कमिश्नर भीम सिंह द्वारा गठित जांच दल की जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि बिलासपुर के तत्कालीन संयुक्त संचालक एसके प्रसाद ने सुनियोजित तरीके से बड़ी संख्या में रिक्त पदों को काउंसिलिंग में छिपाया और उसके बाद उन छिपाए गए रिक्त स्कूलों में संशोधन कर पोस्टिंग कर दिया।

दलालों के माध्यम से जेडी पर करोड़ों की वसूली का आरोप

आरोप है कि बिलासपुर के संयुक्त संचालक एसके प्रसाद ने सहायक शिक्षक से शिक्षक के प्रमोशन में बड़ा खेल किया। सुनियोजित तौर पर पहले प्रमोशन के बाद पोस्टिंग के लिए काउंसिलिंग में दूर के स्कूल में रिक्त पद दिखाए गए जिससे शिक्षकों ने मजबूरी वश दूर के स्कूल चुने। उसके बाद शिक्षकों के पोस्टिंग को संशोधित करते हुए शहर के आसपास के स्कूलों में पोस्टिंग दे दी। इसके लिए डेढ़ से दो लाख रूपये एक शिक्षक से वसूला गया। इस तरह से पोस्टिंग संशोधन में करोड़ों रुपए का खेल खेला गया।

संशोधन से पहले और बाद के रिक्त स्कूलों की सूची के मिलान से हुआ गड़बड़ी का खुलासा

काउंसिलिंग में सार्वजनिक किए गए रिक्त स्कूलों की सूची और संशोधन के बाद के पोस्टिंग किए गए स्कूलों की सूची का मिलान किया गया तो काउंसिलिंग में घोटाले का खुलासा हुआ।

Akhilesh Namdeo

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