भाजपा से सरोज पांडे एवं कांग्रेस से ज्योत्सना महंत के चुनाव मैदान में उतरने से कोरबा लोकसभा लोकसभा क्षेत्र का चुनाव होगा दिलचस्प

दोनों दिग्गजों के मुकाबले से कोरबा लोकसभा सीट हुई हाई प्रोफाइल
आठ विधानसभा वाले क्षेत्र कोरबा लोकसभा क्षेत्र में वर्तमान सांसद पर निष्क्रियता का भी है आरोप
राजनीतिक कार्यकर्ताओं के बीच भाजपा नेत्री सरोज पांडे दीदी तो सांसद ज्योत्स्ना महंत भाभी जी के रूप में प्रचलित
अखिलेश नामदेव
भाजपा से सरोज पांडे एवं कांग्रेस से ज्योत्सना महंत के चुनाव मैदान में उतरने से कोरबा लोकसभा क्षेत्र का चुनाव अत्यंत दिलचस्प होगा। दिग्गजों के चुनाव मैदान में उतरने से कोरबा लोकसभा क्षेत्र हाई प्रोफाइल हो गई है तथा राजनीतिक गलियारों में चर्चा का बाजार गर्म हो गया है।

आठ विधानसभा क्षेत्र वाले कोरबा लोकसभा क्षेत्र में आखिरकार कोरबा की सांसद श्रीमती ज्योत्स्ना महंत 18 वीं लोकसभा के लिए एक बार फिर कोरबा लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में है। वही भारतीय जनता पार्टी ने कोरबा लोकसभा क्षेत्र से भाजपा की दिग्गज महिला नेत्री सरोज पांडे को अपना उम्मीदवार पहले ही घोषित कर दिया था। सरोज पांडे पूर्व में दुर्ग लोकसभा क्षेत्र से सांसद रह चुकी हैं तथा भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रही है वर्ष 2008 में हुए दुर्ग जिले की वैशालीनगर विधानसभा सीट से विधायक भी रह चुकी है तथा वर्तमान में छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सदस्य है तथा भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव है ऐसे में माना जा रहा है कि भाजपा से सरोज पांडे एवं कांग्रेस से ज्योत्सना महंत के चुनाव मैदान में होने से मुकाबला दिलचस्प होगा।

वर्तमान नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर चरण दास महंत की पत्नी ज्योत्सना महंत वर्तमान में कोरबा से ही सांसद है तथा उनके पति डॉक्टर चरण दास महंत भी कोरबा से सांसद रह चुके हैं तथा पिछली कांग्रेस सरकार में विधानसभा अध्यक्ष भी रहे हैं। अभिभाजित मध्य प्रदेश में वे मंत्री भी रहे हैं तथा दो बार कांग्रेस की नेतृत्व वाली यू पी ए सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री रहे हैं। राजनीतिक लिहाज से ज्योत्सना महंत का राजनीतिक कद किसी तरह से कमजोर नहीं माना जा सकता परंतु सरोज पांडे की तुलना में वे वैसी मंजी हुई वाकपटु राजनेता नेता के रूप में पहचान नहीं बना पाई है जैसी पहचान सरोज पांडे की है।

आठ विधानसभा वाले कोरबा लोकसभा क्षेत्र में मरवाही विधानसभा क्षेत्र, पाली तानाखार विधानसभा क्षेत्र, भरतपुर सोनहत महेंद्रगढ़, बैकुंठपुर, रामपुर, कोरबा एवं कटघोरा विधानसभा क्षेत्र वाले कोरबा लोकसभा क्षेत्र महंत परिवार का गढ़ माना जाता है परंतु सच यही है कि केंद्रीय मंत्री रहते हुए डॉक्टर चरण दास महंत एवं सांसद रहते हुए ज्योत्सना महंत ने मरवाही विधानसभा क्षेत्र में विकास के जो वादे किए थे वह अभी तक पूरे नहीं हुए फिर चाहे वह कृषि विज्ञान केंद्र हो या उद्यान की महाविद्यालय। सांसद के रूप में श्रीमती महंत पर निष्क्रियता का भी आप लगता रहा है।इन सबके अलावा कांग्रेस के आम कार्यकर्ताओं को भी अपने सांसद से जैसी अपेक्षा थी वह पूरी होती दिखाई नहीं दी। इस लिहाज से सांसद ज्योत्स्ना महंत को इस लोकसभा चुनाव में काफी राजनीतिक दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।

खासकर उनकी दिक्कतें तब और बढ़ गई है जब उनके सामने भाजपा प्रत्याशी के रूप में भाजपा की दिग्गज नेत्री सरोज पांडे है तब स्वाभाविक रूप से राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है। उल्लेखनीय की कोरबा लोकसभा क्षेत्र के आठ विधानसभा क्षेत्र में से 6 विधानसभा क्षेत्र पर अभी भाजपा के ही विधायक चुनकर आए हैं इसलिए यह माना जा रहा है कि कोरबा लोकसभा क्षेत्र में अभी भाजपा की स्थिति मजबूत है खासकर सरोज पांडे जैसे राष्ट्रीय नेता के चुनाव मैदान में होने से कोरबा लोकसभा सीट हाई प्रोफाइल बन गई है तथा यहां होने वाले मुकाबले में सब की नजर होगी।

राजनीति में सरोज पांडे दीदी तो ज्योत्स्ना महंत भाभी के रूप में प्रचलित है
उल्लेखनीय की कोरबा से भाजपा प्रत्याशी सरोज पांडे को राजनीतिक कार्यकर्ता एवं आमजन दीदी कहकर संबोधित करते हैं वहीं दूसरी ओर सांसद ज्योत्स्ना महंत अपने लोकसभा क्षेत्र में राजनीतिक कार्यकर्ताओं के बीच भाभी के रूप में प्रचलित है ऐसे में दीदी और भाभी जी के बीच का मुकाबला चुनावी समर में कैसा होगा इस पर सबकी नजर होगी।

