न मंच, न कुर्सी – ग्रामीणों संग जमीन पर बैठकर सुनी समस्याएं,जमीन पर बैठकर आम जनता से रूबरू हुए मनरेगा आयुक्त तारण प्रकाश सिन्हा



छत्तीसगढ़िया अंदाज में दिखे आयुक्त सिन्हा, सादगी बनी चर्चा का विषय



रायपुर/ बेमेतरा
छत्तीसगढ़ शासन के मनरेगा आयुक्त तारण प्रकाश सिन्हा इन दिनों अपनी सादगी और सहज कार्यशैली को लेकर सुर्खियों में हैं। कभी जांजगीर, राजनांदगांव और रायगढ़ जैसे जिलों में कलेक्टर रह चुके सिन्हा अपने सरल स्वभाव और जमीनी जुड़ाव के लिए पहचाने जाते हैं।

बीते दिनों इसका ताजा उदाहरण बेमेतरा जिले के टेमरी गांव में देखने को मिला, जहां उन्होंने मंच और कुर्सी से दूरी बनाते हुए अधिकारियों संग जमीन पर बैठकर ग्रामीणों से सीधा संवाद किया। इस दृश्य को देखकर गांव के लोगों ने उन्हें अपने बीच का ‘अपने अधिकारी’ बताया।



इतना ही नहीं, बुधवार को रायपुर जिले के चंदखुरी गांव में आयोजित “दीदी के गोठ” कार्यक्रम में भी आयुक्त सिन्हा जमीन पर बैठकर कार्यक्रम सुनते और चर्चा करते नजर आए।

उनकी यह सादगीपूर्ण शैली लोगों को खास तौर पर भा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि तारण प्रकाश सिन्हा केवल दफ्तरों और फाइलों तक सीमित अधिकारी नहीं हैं, बल्कि वास्तव में आम जनता की तरह सहज होकर बातचीत करने वाले छत्तीसगढ़िया अंदाज के प्रशासक हैं।

यही वजह है कि आज लोग उन्हें ‘जमीनी अधिकारी’ कहकर पहचानने लगे हैं।

Akhilesh Namdeo

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *