छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जोगी के प्रत्याशियों की घोषणा के बाद ही तय होगा कि कोटा एवं मरवाही में मुकाबला कैसा होगा

जोगी परिवार की चुनावी रणनीति क्या होगी इसका है इंतजार

कोटा एवं मरवाही में कांग्रेस एवं भाजपा को बागियों से खतरा परंतु जोगी कांग्रेस को है इनसे फायदा

अखिलेश नामदेव

कोटा एवं मरवाही क्षेत्र से भाजपा एवं कांग्रेस के प्रत्याशियों की घोषणा के बाद अब छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जोगी के प्रत्याशियों की घोषणा का इंतजार है! संभवतः अपनी एक खास रणनीति के तहत ही जोगी कांग्रेस ने अभी इन दोनों हाई प्रोफाइल सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है ऐसे में कोटा एवं मरवाही विधानसभा क्षेत्र को समेटे गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले का चुनावी परिदृश्य कैसा होगा यह छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जोगी के प्रत्याशियों की घोषणा के बाद ही तय हो सकेगा।

अटल श्रीवास्तव
प्रबल प्रताप सिंह जूदेव

छत्तीसगढ़ की हाई प्रोफाइल माने जाने वाली मरवाही एवं कोटा विधानसभा सीट जोगी परिवार के प्रभाव वाली सीट मानी जाती है जहां एक ओर मरवाही सीट से पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय अजीत जोगी एवं उनके बेटे अमित जोगी विधायक रह चुके हैं जो मरवाही के कमिया के रूप में विख्यात रहे वही कोटा विधानसभा क्षेत्र से पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पत्नी डॉक्टर रेणु जोगी राष्ट्रीय अध्यक्ष छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस विधायक है। पिछले मरवाही विधानसभा उपचुनाव में अमित जोगी अपने पिता अजीत जोगी के निधन से रिक्त हुई मरवाही सीट पर चुनाव लड़ना चाहते थे परंतु नामांकन के दौरान अमित जोगी प्रदेश अध्यक्ष छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस का जाति प्रमाण पत्र तत्कालीन कलेक्टर डोमन सिंह द्वारा निरस्त किए जाने के बाद वह चुनाव नहीं लड़ सके थे परंतु इसका मतलब यह नहीं की मरवाही विधानसभा क्षेत्र से उनका प्रभाव और रुचि कम हो गयी है।

अमित जोगी

स्वाभाविक माना जा रहा है कि वह विधानसभा उपचुनाव  में स्वयं को मिली राजनीतिक मात का बदला इस विधानसभा आम चुनाव में लेने का प्रयास करें।

वर्तमान विधायक के के ध्रुव

ऐसे में अब जब मरवाही विधानसभा सुरक्षित सीट के लिए कांग्रेस ने एक बार फिर डॉक्टर के के ध्रुव पर विश्वास जताया है वही भारतीय जनता पार्टी ने एक रिटायर्ड फौजी प्रणव मरपच्ची को अपना उम्मीदवार बनाया है।

प्रणव मरपच्ची

वही कोटा विधानसभा क्षेत्र से हिंदूवादी नेता प्रबल प्रताप सिंह जूदेव भाजपा के प्रत्याशी बनाए गए हैं तथा कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव के नाम की घोषणा की है तब अब राजनीतिक पंडितों की निगाह स्वाभाविक रूप से छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जोगी के प्रत्याशियों के नाम की घोषणा पर टिकी हुई है। अभी राजनीतिक गलियारों में चर्चा यह है कि जोगी परिवार अपने प्रभाव वाले इन दोनों सीट कोटा एवं मरवाही में अपने ही परिवार के प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारे जिनमें डॉ रेणु जोगी अमित जोगी या उनकी पत्नी ऋचा जोगी कोटा मरवाही से प्रत्याशी हो सकती है। दोनों सीटों पर जोगी परिवार से कौन प्रत्याशी होगा? यह क्या मरवाही सीट से जोगी परिवार अपने विश्वस्त राजनीतिक कार्यकर्ता को चुनाव में मौका देता है यह सब चर्चा का विषय है तथा अब छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस द्वारा प्रत्याशियों की घोषणा का इंतजार है। कोटा एवं मरवाही के लिए छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के प्रत्याशियों की घोषणा के बाद ही यह तय हो सकेगा कि मरवाही एवं कोटा में चुनावी मुकाबला कैसा होगा?

ऋचा जोगी

जोगी परिवार का गृह क्षेत्र है कोटा एवं मरवाही

कोटा एवं मरवाही विधानसभा क्षेत्र गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में समाहित है कोटा का कुछ हिस्सा बिलासपुर जिले में शामिल है। गौरेला पेंड्रा मरवाही जिला तथा बिलासपुर जिला जोगी परिवार के प्रभाव वाला गृह जिला माना जाता है गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के एवं बिलासपुर जिले में जोगी परिवार की खास पकड़ मानी जाती है जहां मुख्यमंत्री रहते हुए स्वर्गीय अजीत जोगी ने इस इलाके में काफी काम किया है वहीं उनकी पत्नी डॉक्टर रेणु जोगी तथा उनके बेटे अमित जोगी भी यहां के लोगों से व्यक्तिगत पारिवारिक रिश्ता मानते रहे हैं तथा लोगों के सुख-दुख में शामिल होते रहे हैं इसलिए राजनीतिक लिहाज से कोटा एवं मरवाही विधानसभा के चुनाव में जोगी परिवार की प्रभावी भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता।

कांग्रेस एवं भाजपा को बागियों से है खतरा तो उन्ही बागो से है जनता कांग्रेस को फायदा

मरवाही एवं कोटा विधानसभा क्षेत्र में जिस तरह से कांग्रेस एवं भाजपा में टिकट चाहने वाले दिग्गज नेताओं की भरमार रही तथा टिकट की मांग से लेकर टिकट वितरण तक जिस तरह के बागी तेवर उनके दिखाई दे रहे हैं उससे कांग्रेस एवं भाजपा को खतरे की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता वही कांग्रेस एवं भाजपा के बागी छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जोगी के लिए रामबाण साबित हो सकते हैं।

सर्व विदित है कि मरवाही में कांग्रेस के लगभग 28 आदिवासी नेता टिकट की प्रत्याशा में कांग्रेस विधायक डॉक्टर के के ध्रुव का पुरजोर विरोध करते हुए उन्हें बाहरी बताते हुए उन्हें टिकट नहीं देने की मांग कर रहे थे तथा उन्हें टिकट मिलने की स्थिति में पार्टी छोड़ने जैसी घोषणाएं की थी जिसके कारण उन्हें पार्टी से कारण बताओं नोटिस भी जारी किया गया था अब ऐसे में जब इस विधानसभा चुनाव में डॉक्टर के के ध्रुव को कांग्रेस की टिकट मिल ही गई है तब कांग्रेस के बागी मरवाही में कांग्रेस को मजबूती प्रदान करेंगे यह सूचना सिर्फ ख्याली पुलाव होगा। यही स्थिति मरवाही भाजपा में भी है जहां दिग्गज बीजेपी नेताओं को दरकिनार कर सेवानिवृत्ति फौजी प्रणव मरपश्ची को चुनाव मैदान में उतारे जाने से भाजपा की टिकट की प्रत्याशा में लंबे समय से पार्टी में काम कर रहे आदिवासी भाजपा नेताओं में आंतरिक नाराजगी है इसका फायदा उठाने की पूरी कोशिश छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस करेगी संभवतः यही कारण है कि अभी तक छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है।

कमोबेश कोटा विधानसभा क्षेत्र में भी भाजपा और कांग्रेस में यही अंतर्द्वंद चल रहा है। कोटा क्षेत्र में जहां टिकट की प्रत्याशा में लंबे समय से जुटे भाजपाइयों ने राष्ट्रीय संगठन मंत्री तक लिखित में अपने तेवर दिखा दिए हैं वहीं कांग्रेस में भी यही अंतर्द्वंद की स्थिति है अब देखना यह है कि कांग्रेस एवं भाजपा में मरवाही एवं कोटा में चल रहे राजनीतिक अंतर्द्वंद का कितना लाभ छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस उठा पाती है? स्वाभाविक रूप से अब छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस द्वारा घोषित की जाने वाली प्रत्याशियों की सूची का इंतजार होगा तभी स्थिति स्पष्ट होगी कि कोटा एवं मरवाही में मुकाबला कैसा होगा?

Akhilesh Namdeo

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