पेंड्रा नगर पालिका चुनाव: प्रत्याशी राकेश जालान ने चुनाव आयोग से की अपील – “मेरे अलावा कोई अन्य प्रत्याशी न करे ऑटो रिक्शा का उपयोग”

निकाय चुनाव गौरेला पेंड्रा मरवाही
नगर निकाय चुनाव में दिलचस्प मामले सामने आ रहे हैं। पेंड्रा नगर पालिका अध्यक्ष पद के निर्दलीय प्रत्याशी राकेश जालान को ऑटो रिक्शा चुनाव चिन्ह आवंटित किया गया है। अब उन्होंने निर्वाचन आयोग से अपील की है कि उनके अलावा कोई अन्य प्रत्याशी प्रचार के दौरान ऑटो रिक्शा का उपयोग न करे।

“ऑटो की तरह मैं भी मंजिल तक पहुंचूंगा” – राकेश जालान
राकेश जालान ने अपनी चुनावी रणनीति पर बोलते हुए कहा, “जैसे उत्तर प्रदेश के प्रयागराज महाकुंभ में बड़ी-बड़ी गाड़ियां जाम में फंस जाती हैं, लेकिन ऑटो रिक्शा आसानी से मंजिल तक पहुंच जाता है, वैसे ही मैं भी राष्ट्रीय पार्टियों के दावे-वादों को पीछे छोड़कर मतदाताओं के बीच पहुंचूंगा।”

चुनाव आयोग से की अनोखी मांग
राकेश जालान ने निर्वाचन आयोग से अपील की है कि क्योंकि उन्हें ऑटो रिक्शा चुनाव चिन्ह मिला है, इसलिए अन्य प्रत्याशियों को ऑटो रिक्शा का उपयोग प्रचार में न करने दिया जाए।

पेंड्रा नगर पालिका चुनाव: राकेश जालान की आपत्ति खारिज, रिटर्निंग ऑफिसर ने कहा – “किसी को प्रचार से नहीं रोका जा सकता”
नगर पालिका चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी राकेश जालान द्वारा की गई अनूठी आपत्ति को रिटर्निंग ऑफिसर ने खारिज कर दिया है। जालान ने मांग की थी कि चुनाव चिन्ह के रूप में उन्हें “ऑटो रिक्शा” आवंटित हुआ है, इसलिए अन्य प्रत्याशी अपने प्रचार में ऑटो रिक्शा का उपयोग न करें।
रिटर्निंग ऑफिसर का फैसला – “प्रचार करने से नहीं रोका जा सकता”
रिटर्निंग ऑफिसर ने अपने आदेश में स्पष्ट किया कि किसी भी अभ्यर्थी को वैध तरीके से चुनाव प्रचार करने से रोकना अनुचित होगा। यह चुनावी प्रक्रिया और अभ्यर्थी के प्रचार अधिकारों का उल्लंघन माना जाएगा। इसलिए राकेश जालान की आपत्ति अस्वीकार कर दी गई है।
चुनावी मुकाबला दिलचस्प मोड़ पर
अब देखना होगा कि क्या राकेश जालान का “ऑटो” चुनावी दौड़ में सबसे आगे निकल पाएगा या अन्य प्रत्याशी उनके अभियान की रफ्तार धीमी कर देंगे? इसका फैसला 11 फरवरी को मतदान के बाद ही होगा।
प्रचार के लिए 10 ऑटो रिक्शा की मांगी स्वीकृति
राकेश जालान ने चुनाव आयोग से प्रचार अभियान के लिए 10 ऑटो रिक्शा की स्वीकृति मांगी है, जो उनके प्रचार का अहम हिस्सा होंगे। इन ऑटो रिक्शा पर उनके चुनावी नारे और प्रचार सामग्री लगाई जाएगी, जिससे वह मतदाताओं तक अपनी बात पहुंचा सकें।
इस चुनावी अपील के बाद नगर पालिका चुनाव में रोचक मोड़ आ गया है। देखना दिलचस्प होगा कि निर्वाचन आयोग इस पर क्या निर्णय लेता है और क्या अन्य प्रत्याशी इस पर कोई प्रतिक्रिया देते हैं।
नगर पालिका चुनाव का प्रचार अब जोर पकड़ चुका है, और 11 फरवरी को मतदान के दिन ही पता चलेगा कि क्या राकेश जालान का “ऑटो” चुनावी रेस में सबसे आगे निकल पाएगा या नहीं।
