आंदोलन में शामिल होने रायपुर जा रहे 81 शिक्षकों को पेण्ड्रा रोड रेल्वे स्टेशन से पुलिस ने गिरफ्तार किया
गिरफ्तारी को शिक्षकों ने लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन और सरकार की दमनकारी नीति बताया

गौरेला पेण्ड्रा मरवाही
अपनी मांगों को लेकर जेल भरो आंदोलन में शामिल होने के लिए रायपुर जाने के दौरान जीपीएम जिले के 81 एलबी संवर्ग शिक्षकों को पेण्ड्रा रोड रेल्वे स्टेशन से पुलिस ने गिरफ्तार कर अस्थाई रूप से बनाए गए जेल पुलिस कंट्रोल रूम में रखा और दोपहर के बाद छोड़ा। एलबी शिक्षकों ने गिरफ्तारी को लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन और सरकार की दमनकारी नीति बताया है। बता दें कि सहायक शिक्षक समग्र शिक्षक फेडरेशन के बैनर तले एलबी संवर्ग शिक्षक पूर्व सेवा गणना कर वेतन विसंगति दूर करते हुए क्रमोन्नत वेतनमान और पूर्ण पेंशन की मांग को लेकर 10 अगस्त से अनिश्चित कालीन हड़ताल कर रहे हैं।
गौरतलब है कि वर्ष 1998 में मध्य प्रदेश से शिक्षा कर्मियों की नियमित भर्ती शुरू हुई थी। उसके बाद छत्तीसगढ़ शासन ने 1 जुलाई 2018 को शिक्षा कर्मियों का शिक्षा विभाग में संविलियन कर दिया, लेकिन वर्ष 1998 से 30 जून 2018 तक 20 वर्ष की नौकरी को शून्य घोषित कर दिया। इसके कारण अब इन शिक्षकों की 20 वर्ष की वरिष्ठता खत्म हो गई है। इससे एलबी शिक्षक वेतन विसंगति, क्रमोन्नति, पदोन्नति की समस्या पैदा होने के साथ ही भूपेश बघेल सरकार द्वारा बहाल किए गए पुरानी पेंशन योजना के लाभ से भी इनमें से अधिकतर शिक्षक वंचित हो गए हैं और 30 वर्ष की नौकरी में मिलने वाले पूर्ण पेंशन की समस्या भी पैदा हो गई है क्योंकि इनके 20 वर्ष की नौकरी को शून्य माना जा रहा है।

इसलिए ये शिक्षक 18 अगस्त को जेल भरो आंदोलन में शामिल होने रायपुर जाने के लिए निकले थे लेकिन इन्हें पुलिस ने पेण्ड्रा रोड रेल्वे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया और अस्थाई रूप से बनाए गए जेल पुलिस कंट्रोल रूम में ले जाकर रखा तथा दोपहर के बाद छोड़ा।

पुलिस आरक्षक शिष्य ने किया गुरु को गिरफ्तार
आंदोलन में शामिल होने रायपुर जा रहे शिक्षकों में से शिक्षक संजय नामदेव को भी पेण्ड्रा रोड रेल्वे स्टेशन से उस पुलिस आरक्षक ने गिरफ्तार किया जिसे वे पढ़ाए थे। आश्रम शाला सोनकुण्ड में नामदेव के द्वारा पढ़ाए गए स्वरूप सिंह पैकरा पुलिस आरक्षक हैं। आरक्षक पैकरा ने शासन के निर्देश पर अपन फर्ज निभाते हुए अपने शिक्षक को भी गिरफ्तार किया। अपनी गिरफ्तारी पर शिक्षक नामदेव ने कहा कि उन्हें अपने शिष्य पर गर्व है कि उन्होंने शासनादेश का पालन अपना फर्ज निभाया और वो एलबी शिक्षकों की मांग को लेकर हड़ताल में शामिल होकर अपना फर्ज निभा रहे हैं।

“पुलिस ने दिखाई मानवता”
आंदोलन के लिए जा रहे गिरफ्तार शिक्षकों के मन में पुलिस की एक और छवि देखने को मिली जहां गिरफ्तार हुए 100 से अधिक शिक्षकों को गोरेला पुलिस ने सम्मान से पुलिस कंट्रोल रूम में बैठाया और सभी को जलपान फल का वितरण कराया, लगभग 7 घंटे पुलिस के बीच शिक्षकों ने बड़े ही आदरभाव से कंट्रोल रूम में बैठे रहे, महिला शिक्षक एवं शिक्षकों ने पुलिस के इस व्यवहार की सराहना की है

जिलाध्यक्ष सहित अनेक शिक्षकों को रायपुर में गिरफ्तार कर शहर से 25 किमी दूर छोड़ा गया
सहायक शिक्षक समग्र शिक्षक फेडरेशन के जीपीएम जिलाध्यक्ष दिनेश राठौर, कार्यकारी जिलाध्यक्ष पीयूष गुप्ता, अमिताभ चटर्जी, महेंद्र मिश्रा, रंजीत राठौर सहित सैंकड़ों शिक्षक सड़क मार्ग से रात में ही रायपुर चले गए थे जिन्हें रायपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर शहर से 25 किलोमीटर दूर छोड़ दिया जिससे कि शिक्षक जेल भरो आंदोलन के लिए एकत्रित न हो पाएं।
