प्रणव कुमार मरपच्ची होंगे मरवाही से भाजपा के उम्मीदवार

पूर्व सैनिक तथा वर्तमान में ग्राम पंचायत धरहर के सरपंच तथा भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा जिलाध्यक्ष है प्रणव कुमार मरपच्ची
अखिलेश नामदेव गौरेला पेंड्रा मरवाही
तमाम अनुमानों को झूठलाते हुए भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति ने आदिवासी सुरक्षित मरवाही सीट क्षेत्र क्रमांक 24 से प्रणव कुमार मरमच्ची को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। श्री मरपच्ची भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष होने के साथ पूर्व सैनिक है तथा वर्तमान में मरवाही विकासखंड के ग्राम पंचायत धरहर के सरपंच है। प्रणव मरपच्ची के भाजपा उम्मीदवार बनाये जाने की घोषणा के साथ ही मरवाही विधानसभा से भाजपा की टिकट पाने की प्रत्याशा में भाजपा में लंबे समय से सक्रिय रहे दिग्गज नेताओं के हाथ के तोते उड़ गए हैं।

बीते 16 अगस्त को भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की एक बैठक बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की अध्यक्षता में संपन्न हुई जिसमें भारतीय जनता पार्टी ने छत्तीसगढ़ 21 विधानसभा सीटों के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है जिसमें मरवाही से प्रणव कुमार मरपच्ची को को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। उल्लेखनीय है कि मरवाही से भारतीय जनता पार्टी की टिकट पाने की प्रत्याशा में गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के अनेक आदिवासी भाजपा नेता सक्रिय थे जिनमें मुख्य रूप से भाजपा नेत्री समीरा पैकरा, डॉक्टर गंभीर सिंह एवं विभा नहरेल सहित अनेक नेताओं के नाम चल रहे थे। ऐसे ही भाजपा के प्रमुख दावेदारों में से एक नाम डॉक्टर देवेंद्र पैकरा का भी नाम भारतीय जनता पार्टी के राजनीतिक गलियारों में चल रहा था परंतु भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति ने तमाम राजनीतिक अनुमानों को झूठलाते हुए ऐसा नाम मरवाही से सामने लाया है जो निर्विवाद माना जा रहा है । श्री मरपच्ची पूर्व में भारतीय सेना में भी रह चुके हैं जिसके कारण उनकी छवि को लेकर कोई विवाद नहीं है। ऐसा नहीं है कि श्री मरपच्ची का नाम अचानक सामने आया है भाजपा प्रत्याशी के रूप में मरवाही क्षेत्र के गांव में उनके नाम दीवारों पर भी देखे जा रहे थे।भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा जिलाध्यक्ष होने के कारण उनकी संगठन में पकड़ का भी अनुमान लगाया जा सकता है।

दलबदल की भी संभावना प्रबल
विधानसभा चुनाव के चार माह पूर्व घोषित मरवाही सहित भाजपा के 21 विधानसभा में उम्मीदवारों की नाम की घोषणा से टिकट के दावेदारों में क्या प्रक्रिया है या अभी सामने नहीं आ पाया है। हालांकि अनुमान यह भी लगाया जा रहा है कि आने वाले समय में अनेक नेताओं के दलबदल की भी संभावनाएं हैं। दरअसल मरवाही में नेताओं के दल बदल कोई नई बात नहीं है। वर्ष 2001 एवं वर्ष 2021 के विधानसभा उपचुनाव में मरवाही में जैसा दलबदल देखा गया है उससे किसी भी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। राजनीतिक घटनाक्रम सामने आए बगैर कुछ कहना जल्दबाजी होगी परंतु मरवाही विधानसभा क्षेत्र में नेताओं के दल बदल की बात कोई नई नहीं है।

