पूरा होता वादा मिशन मैत्री की राह पर भारत

पूरा होता वादा मिशन मैत्री की राह पर भारत

मिशन मैत्री के तहत भारत कोरोना वैक्सीन की खेप अपने मित्र राष्ट्रों को भेजने का जैसा वादा किया था.वैक्सीन की सफलता के बाद सरकार अपने वादे के मुताबिक उस वादे को अमली जामा पहनाने की दिशा में निर्णायक कदम बढ़ा दिया है.

भारत सर्वव्यापी कोरोना महामारी से लड़ने के लिये कोरोना की वैक्सीन बनाने में सफलता हासिल कर ली है.बहुत से देश भारत से वैक्सीन खरीदने के लिए संपर्क किये है.भारत अपने मित्र देशों के पास इसकी खपत भेजना शुरू कर दिया है.भारत की शुरू से सामरिक निति में दोस्ती जैसे संबंधो को सहेजकर चलता रहा है,भले सरकार जिसकी भी हो भारत की दोस्ती की निति में कोई परिवर्तन नहीं आया है.

इसी दिशा में कदम बढ़ाते हुये भारत ने वैक्सीन की खेप नेपाल और बांग्लादेश भेज कर दोस्ती जैसे रिश्ते को और मजबूती प्रदान करने की दिशा में निर्णायक कदम बढ़ाया है.

जानकारी के लिये बता दूँ वैक्सीन की पहली खेप मालदीव और भूटान कल पहुँच चूका था.

देश में कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत के बाद भारत अब पड़ोसी देशों को वैक्सीन की डोज भेजकर मदद करना शुरू कर दिया है. भारत ‘मिशन मैत्री’ के तहत बांग्लादेश और नेपाल को कोरोना वैक्सीन की खेप भेजेगा. भारत की ओर से नेपाल को 10 लाख जबकि बांग्लादेश को 20 लाख डोज भेजेगा. ये डोज सीरम की वैक्सीन कोविशील्ड है. वैक्सीन का ये डोज पुणे से मुंबई एयरपोर्ट पहुंच चुका है. वैक्सीन भेजने को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि जल्द ही कई अन्य देशों में भी भेजा जाएगा.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा कि वैश्विक समुदाय को स्वास्थ्य सेवाओं की जरूरतों को लेकर भारत लंबे समय से भरोसेमंद साझीदार रहा है. कल से कोरोना वैक्सीन की कई देशों में आपूर्ति शुरू हो जाएगी और आने वाले दिनों में यह और तेज किया जाएगा.

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इससे पहले भारत ने भूटान को गिफ्ट के तौर पर कोरोना वायरस वैक्सीन कोविशील्ड के 1.5 लाख डोज भेजे हैं. ये वैक्सीन मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट से भूटान के थिम्फु के लिए रवाना कर दी गई.

 

बता दें कि भारत में अब तक 4लाख 54 हज़ार 49 लोगो को कोरोना की वैक्सीन दी जा चुकी है. कुछ राज्यों और केंद्र शाषित प्रदेशो में ये रफ्तार काफी अच्छी तो कुछ में बहुत सुस्त है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ब्रीफिंग में नीति आयोग के सदस्य डॉ वी के पॉल कहा की कुछ भ्रम की वजह से स्वास्थ कर्मी नही ले रहे है तो दुख की बात है.

 

विदेश मंत्रालय ने कहा कि घरेलू जरूरतों को ध्यान में रखते हुए भारत आगामी हफ्ते, महीने में चरणबद्ध तरीके से सहयोगी देशों को कोविड-19 टीकों की आपूर्ति करेगा. दूसरे देशों को टीके की आपूर्ति करते समय यह सुनिश्चित किया जाएगा कि देश के टीका निर्माताओं के पास घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त भंडार हों.

 

Akhilesh Namdeo