पूर्व सेवा गणना कर वेतन विसंगति दूर करने और पुरानी पेंशन योजना के लिए एलबी शिक्षकों का अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरु
जन घोषणा पत्र में किए वायदे को सरकार से पूरा कराने के लिए अड़े

पूर्व सेवा गणना कर प्रथम नियुक्ति तिथि से वेतन विसंगति दूर करते हुए क्रमोन्नत वेतनमान और 20 वर्ष की सेवा में पूर्ण पेंशन देने की मांग कर रहे एलबी संवर्ग शिक्षकों ने 10 अगस्त से अनिश्चित कालीन हड़ताल शुरु कर दिया है। शिक्षकों का कहना है कि जब तक मांग पूरी नहीं होगी तब तक हड़ताल जारी रहेगा।

कांग्रेस पार्टी के द्वारा 2018 के विधानसभा चुनाव के जन घोषणापत्र में किए गए वायदे को पूरा करने की मांग एलबी संवर्ग शिक्षक लंबे समय से कर रहे हैं। इसको लेकर सहायक शिक्षक समग्र शिक्षक फेडरेशन के प्रांत व्यापी आहवान पर जीपीएम जिले में भी एलबी संवर्ग शिक्षकों ने अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन शुरु कर दिया है।
क्या है मामला
दरअसल 1 जुलाई 2018 को रमन सरकार ने शिक्षा कर्मियों का शिक्षा विभाग में संविलियन कर दिया था। इसके बाद शिक्षाकर्मी का पदनाम एलबी संवर्ग शिक्षक हो गया। लेकिन 1998 से 30 जून 2018 तक की शिक्षाकर्मी के रुप में किए गए पूर्व सेवा को शून्य घोषित कर दिया गया जिसके कारण उनमें वेतन विसंगति पैदा होने के साथ ही भूपेश सरकार द्वारा लागू किया गया पुरानी पेंशन योजना का लाभ भी हजारों एलबी शिक्षकों को नहीं मिल पा रहा और जिन्हें मिलेगा भी तो औसत स्तर पर मिलेगा, इसलिए एलबी संवर्ग शिक्षक शासन की नीतियों से नाराज हैं और अपनी मांग को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल कर रहे हैं।
