महर्षि नारद जयंती पर RSS द्वारा संगोष्ठी व पत्रकार सम्मान समारोह का आयोजन
पत्रकारों को बताया गया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ, राष्ट्रीय हित में मीडिया की भूमिका पर हुआ मंथन

गौरेला पेंड्रा मरवाही
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, जिला पेंड्रा द्वारा महर्षि नारद जयंती के अवसर पर माधवराव सप्रे प्रेस क्लब में संगोष्ठी एवं पत्रकार सम्मान समारोह का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम में संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों और क्षेत्र के अनेक पत्रकारों की गरिमामयी उपस्थिति रही।

कार्यक्रम की अध्यक्षता संघ के जिला संघचालक तीरथ प्रसाद बढ़गईया ने की। उन्होंने अपने उद्बोधन में महर्षि नारद को पत्रकारिता के आदि पुरूष बताते हुए कहा कि वे शुद्ध और सत्य संवाद के माध्यम से समाज को दिशा देने का कार्य करते थे। उन्होंने कहा कि “नारद जी जो कुछ भी कहते थे, उसमें सत्यता और धर्म का भाव होता था। आज के समय में पत्रकारों की भूमिका भी वैसी ही होनी चाहिए – सटीक, सत्य और समाजहितकारी।”
उन्होंने आगे कहा कि लोकतंत्र में पत्रकारों को ‘चौथा स्तंभ’ कहा जाता है, जो विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के कार्यों को जन-जन तक पहुँचाने का माध्यम हैं। उन्होंने मीडिया से आग्रह किया कि वह राष्ट्रीय हित को प्राथमिकता देते हुए अपने कर्तव्यों का निर्वहन करे।

कार्यक्रम में बिलासपुर विभाग के प्रचार प्रमुख दिनेश मिश्रा ने आरएसएस की कार्य प्रणाली पर प्रकाश डालते हुए बताया कि संघ ‘संगठन श्रेणी’ और ‘जागरण श्रेणी’ के माध्यम से समाज को दिशा देने का काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि संघ के शैक्षणिक प्रयासों की शुरुआत वर्ष 1990 में प्राचार्य कार्य के साथ हुई थी।

वहीं अखिलेश नामदेव ने कहा कि नारद जी उस युग के पत्रकार थे जब संचार के कोई आधुनिक साधन उपलब्ध नहीं थे, फिर भी उन्होंने संवाद और जनजागरण का अद्भुत कार्य किया। आज जब हमारे पास तमाम संसाधन हैं, तब पत्रकारों को और अधिक जिम्मेदारी के साथ समाज को जागरूक करने की आवश्यकता है।

कार्यक्रम में अनिल सिंह ठाकुर, कृष्णा राठौर, सुरेश जायसवाल, अशोक जैन, आशुतोष दुबे, भूपेंद्र राठौर सहित कई वरिष्ठ स्वयंसेवक मौजूद रहे।


इस अवसर पर क्षेत्र के अनेक पत्रकारों – दुर्गेश सिंह बिसेन, मुकेश विश्वकर्मा, संदीप अग्रवाल, उज्ज्वल तिवारी, संजय ठाकुर, जितेंद्र सोनी, अंशु सोनी, आयुष्मान शर्मा आदि को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य पत्रकारों को उनके कर्तव्यों की ओर प्रेरित करना और समाज निर्माण में उनकी भूमिका को रेखांकित करना था। अंत में सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया गया ।

