डॉ ई के जानकी अम्माल जयंती पर आयोजित हुआ वनस्पति विज्ञान एवं नारी सशक्तिकरण पर विशेष कार्यक्रम, औषधीय वनस्पति के मामले में गौरेला पेंड्रा मरवाही जिला  समृद्ध इनका संरक्षण आवश्यक- रजनीश तिवारी जिला शिक्षा अधिकारी

विशिष्ट उपलब्धियां के लिए महिला शक्तियों का हुआ विशेष सम्मान




गौरेला पेंड्रा मरवाही

औषधीय वनस्पतियों के मामले में गौरेला पेंड्रा मरवाही जिला काफी समृद्ध है। यहां वनस्पति विज्ञान के अध्ययन के लिए प्रोजेक्ट बनाए जाने की जरूरत है। हम सामूहिक प्रयास करके यहां के विविध हा औषधि पौधों का संरक्षण करें ।


उक्त बातें गौरेला पेंड्रा मरवाही जिला के जिला शिक्षा अधिकारी रजनीश तिवारी ने पेंड्रा के मल्टीपरपज स्कूल के असेंबली हाल में शक्ति महिला विज्ञान भारती समिति, छत्तीसगढ़ के तत्वावधान आयोजित  में डॉ. ई. के. जानकी अम्माल जयंती के अवसर मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किया। श्री तिवारी ने कहा कि यह क्षेत्र वनस्पतियों से समृद्ध है। वनस्पति संरक्षण के साथ यहां इको टूरिज्म को बढ़ावा हुआ देने के लिए काफी काम हुआ है। यह जिला अपनी प्राकृतिक सुंदरता के कारण पर्यटन के क्षेत्र में भी आगे बढ़ रहा है। उन्होंने आगे कहा कि यहां नदियों के संरक्षण के लिए भी काम हो रहा है। प्रकृति के संरक्षण की दिशा में हम सब मिलजुल कर कम करें। उन्होंने भारत की प्रथम वनस्पति वैज्ञानिक डॉक्टर ई के जानकी अम्माल का स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने वनस्पति विज्ञान के क्षेत्र में जो कार्य किया है वह शोध करने वालों के लिए बहुत बड़ा मार्गदर्शन है।


इस अवसर पर शिक्षा विद हरीश शर्मा ने उपस्थित जनों को त्रेता युग में रावण से लंका में युद्ध के समय लक्ष्मण को लगे शक्ति बाण से बचाने के लिए वैद्य सुषेण की सलाह पर हनुमान जी द्वारा संजीवनी बूटी लाने एवं विद्या सुषेण का प्रसंग बताते हुए कहा  कि औषधीय वनस्पति का उपयोग के साथ सबसे जरूरी है वनस्पति का संरक्षण। उन्होंने कहा कि वनस्पति शास्त्र के अध्ययन के लिए वनस्पति की पहचान जरुरी है, यह कहां पाया जाता है तथा वनस्पति के किस अंग का उपयोग औषधि के लिए होता है तथा इसका उपयोग के साथ वनस्पति का संरक्षण महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि औषधीय वनस्पतियों के ज्ञान का हस्तांतरण नई पीढ़ी को हो इसके लिए शोध कार्य जरूरी है। इसके लिए जन जागरूकता प्रचार प्रसार पुनरुत्थान दस्तावेजीकरण इत्यादि महत्वपूर्ण है।

इस अवसर पर शक्ति की मुख्य वक्ता छत्तीसगढ़ उच्च शिक्षा विभाग की संयुक्त संचालक अंजलि अवधिया द्वारा उपस्थित छात्राओं को जीवन सूत्र संस्कार खानपान तथा महानगर तथा छोटे नगरों के जीवन स्तर के संबंध में विस्तार से बताया। डाइट पेंड्रा की उप प्राचार्य श्रीमती ममता चक्रवर्ती ने प्रमुख वक्ता के रूप में वनस्पति विज्ञान के विभिन्न पहलुओं को उपस्थित जनों के सामने रखा।




विशिष्ट उपलब्धि के लिएमहिला शक्तियों का हुआ सम्मान

डॉ ई के जानकी अम्माल जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में विशिष्ट उपलब्धि के लिए वानस्पतिक औषधि के लिए जानकारी गीता बाई बैगा सरपंच तवांडबरा, श्रीमती आरती तिवारी शिक्षाविद एवं श्रीमती साबरा निशा शिक्षिका का विशेष रूप से सम्मान किया गया। शक्ति समिति ने जिला शिक्षा अधिकारी रजनी तिवारी का शाल श्रीफल स्मृति चिन्ह से सम्मान किया।



छात्राओं ने लगाई हारबेरियम स्टॉल, किया गया पुरस्कृत

यहां आयोजित कार्यक्रम में जिले के विभिन्न विद्यालयों की छात्राओं द्वारा वानस्पतिक शास्त्र से संबंधित स्टॉल लगाए गए तथा प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसमें छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भागीदारी की। शक्ति महिला विज्ञान भारतीय समिति छत्तीसगढ़ गौरेला पेंड्रा मरवाही की संयोजक मोनिका जैन के मार्गदर्शन में छात्राओं द्वारा प्रदर्शनी लगाई गई उसमें हारबेरियम फाइल प्रदर्शनी में प्रथम श्रेया गुप्ता द्वितीय सांभरी राठौर तृतीय आराध्य शुक्ल इसी तरह पोस्टर प्रदर्शनी में प्रथम सांभरी राठौर द्वितीय साक्षी केंद्र तृतीय दिलप्रीत कौर सलूजा रही। हारबेरियम लाइव प्रदर्शनी में प्रथम गीतिका बैगा द्वितीय अनुज कुमार एवं तृतीय दीपाली रही।

इन प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि द्वारा स्मृति चिन्ह देकर पुरस्कृत किया।कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं में विज्ञान, अनुसंधान और प्रौद्योगिकी के प्रति रुचि विकसित करना तथा प्रसिद्ध भारतीय वनस्पतिशास्त्री डॉ. ई. के. जानकी अम्माल के जीवन एवं योगदान से प्रेरणा प्राप्त कराना रहा।कार्यक्रम की अध्यक्षता आर.एस . आर्मो प्राचार्य स्वामी आत्मानंद हिन्दी माध्यम शाला पेंड्रा ने किया। अध्यक्ष भाषण नागेंद्र दुबे ने दिया। इस अवसर परशक्ति समिति की प्रमुख सदस्य
डा. स्मिता शर्मा, डा. अंजली अवधिया, डा. मंजीरी बक्षी, श्रीमती समीना खान दुबे एवं श्रीमती मोनिका जैन मिथिलेश पराशर , ममता सिंह, अरुणा शुक्ला कार्यक्रम के आयोजन में सक्रिय रूप से सहयोग प्रदान किया बालिकाओं की  पोस्टर प्रतियोगिता, एवं  बेस्ट हर्बेरियम फाईल  प्रतियोगिता  मैं 100 से अधिक छात्राओं ने हिस्सा लिया।

कार्यक्रम का संचालन संयुक्त रूप से शक्ति महिला समिति छत्तीसगढ़ की सदस्य श्रीमती समीना खान दुबे एवं गौरेला पेंड्रा मरवाही की संयोजिका श्रीमती मोनिका जैन ने दी। कार्यक्रम में जिले के विभिन्न विद्यालयों की महिला प्राचार्य  श्रीमती नमिता सोनी मंजूषा एक्का , गीता बाई ममता राठौर राजश्री कुंभज मीना शर्मा, श्रीमती आरती तिवारी  साबरा निशा, प्राचार्य एसके जैन ,व्याख्याता अक्षय नामदेव सहित विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत उपलब्धियां से भरी महिलाएं शामिल रही।

Akhilesh Namdeo

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