भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष बृजलाल सिंह राठौर ने महामहिम राज्यपाल से जीपीएम जिले के विकास हेतु कार्यों की स्वीकृति की मांग की

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही
भाजपा किसान मोर्चा छत्तीसगढ़ के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व जनपद सदस्य बृजलाल सिंह राठौर ने महामहिम राज्यपाल छत्तीसगढ़ शासन को ज्ञापन सौंपकर जिला जीपीएम (गौरेला-पेंड्रा-मरवाही) में आवश्यक विकास कार्यों की स्वीकृति की मांग की है। उन्होंने अपने निवेदन में जिले को आदिवासी बाहुल्य सुविधाओं से वंचित और प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध बताते हुए इसे विकास की मुख्यधारा से जोड़ने की अपील की।

राठौर ने विशेष रूप से पांच प्रमुख मांगों को उठाया, जिनमें मां नर्मदा मैकल पर्वत यात्रा हेतु लगभग 100 किलोमीटर लम्बे परिक्रमा कॉरिडोर का निर्माण। उन्होंने कहा कि इस कॉरिडोर के निर्माण से अमरकंटक और मैकल पर्वत राष्ट्रीय स्तर के पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होंगे और क्षेत्र में लाखों पर्यटकों का आगमन संभावित है, जिससे स्थानीय रोजगार और अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा।

दूसरी प्रमुख मांग बिलासपुर-कटनी रेल मार्ग पर स्थित गोरखपुर रेलवे फाटक पर ओव्हरब्रिज का निर्माण है। उन्होंने बताया कि ट्रेनों की अधिक आवाजाही के कारण फाटक घंटों बंद रहता है, जिससे यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। यह फाटक अंतर्राज्यीय मार्ग पर स्थित है, इसलिए इस पर विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है।
तीसरी मांग जिला जीपीएम में मेडिकल कॉलेज की स्थापना की है, जिससे दूरस्थ और आदिवासी अंचलों के लोगों को सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी।
चौथी मांग पकरिया पशु प्रजनन परिक्षेत्र (525 एकड़) में पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना से संबंधित है। इससे क्षेत्र में पशुपालन और कृषि आधारित रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।

पांचवीं मांग हरी और लालपुर रेलवे स्टेशनों में बिलासपुर-रीवा लोकल ट्रेन के ठहराव (स्टॉपेज) की बहाली की है। राठौर ने बताया कि इन स्टेशनों से लगभग 50 गांवों के लोग यात्रा करते हैं, लेकिन वर्तमान में स्टॉपेज न होने के कारण उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने महामहिम राज्यपाल से आग्रह किया कि इन सभी प्रस्तावों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए शीघ्र स्वीकृति प्रदान की जाए ताकि क्षेत्र का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित हो सके।
ज्ञापन की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल को भी प्रेषित की गई है।

