तेजस की धमक से दहलेगा दुश्मन देश

तेजस की धमक से दहलेगा दुश्मन देश

भारतीय सेना को जब से मोदी सरकार का नेतृत्व मिला है, सेना के हौसलों पर चार चाँद लगते जा रहे हैं. वजह, मोदी सरकार सेना की शक्ति में बराबर कुछ न कुछ इज़ाफा करती रहती है. किसी भी सेना की ताकत उसका हथियार होता है. दुश्मनों को मुँहतोड़ जवाब देने का एक तरीका अपनी मारकक्षमता को बढ़ाते रहना चाहिये, अपनी शक्ति में इजाफ़ा करने से दुश्मन देश के हौसले पस्त होते हैं, जिससे सामरिक दृष्टि से देश की छवि विश्व स्तर पर एक शक्तिशाली देश के रूप में स्थापित होता है.

रक्षा के क्षेत्र में देश आत्मनिर्भरता की तरफ तेजी से बढ़ रहा है. बेंगलुरु में आज एयरो इंडियो शो के आगाज के साथ ही लड़ाकू विमान तेजस का रक्षा सौदा भी औपचारिक तौर पर हो गया है. 

83 तेजस विमानों का यह सौदा 48 हजार करोड़ में किया गया है. कल मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बेंगलुरु में ही स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस की दूसरी प्रोडक्शन यूनिट का उद्घाटन किया था. हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स  (HAL) की इस यूनिट के शुरू होने से वायुसेना को 83 तेजस विमान देने का काम भी दोगुनी रफ्तार से शुरू हो जाएगा.

इन तेजस विमानों से जुड़ा ये घरेलू रक्षा सौदा आज औपचारिक तौर पर फाइनल हो गया है. बुधवार (3 जनवरी) को बेंगलुरु में एयरो इंडिया शो 2021 के आरंभ के मौके पर रक्षा मंत्रालय के डायरेक्टर जनरल ने HAL के मैनेजिंग डायरेक्टर आर. माधवन को कॉन्ट्रैक्ट हैंडओवर किया.

डील की ये औपचारिकता रक्षा मंत्री की मौजूदगी में पूरी की गई. सीसीएस यानी सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में पिछले महीने इस डील पर मुहर लगाई थी. इस डील के तहत HAL भारतीय  वायुसेना के लिए 73 तेजस Mk-IA और 10 LCA यानी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तैयार करेगी.  

तेजस के प्रोडक्शन वाली इस डील से जहां वायुसेना की ताकत बढ़ेगी, वहीं सरकार इस पहल को आत्मनिर्भरत भारत की दिशा में एक बड़ा कदम मान रही है. तेजस की यूनिट  के उद्घाटन के अवसर पर राजनाथ सिंह ने कहा था कि HAL का नाम पूरी दुनिया में है और जल्द ही वो वक्त आएगा जब दुनिया के अन्य देश हमसे रक्षा उपकरण खरीदेंगे राजनाथ सिंह ने इस डील को ऐतिहासिक बताया है.

 

Akhilesh Namdeo