कलेक्टर ने विभिन्न स्कूलों का निरीक्षण कर अध्ययन-अध्यापन का लिया जायजा बोर्ड परीक्षा का परिणाम शत प्रतिशत लाने के दिए निर्देश ,आगामी बोर्ड परीक्षा में बेहतर परिणाम लाने के लिए कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी की कयावद तेज
शिक्षकों से समर्पण भाव से अध्यापन कराने और कमजोर बच्चों पर विशेष ध्यान देने शिक्षकों को दिए निर्देश

गौरेला पेंड्रा मरवाही
जिले की कलेक्टर ने लीना कमलेश मंडावी ने जिले के विभिन्न स्कूलों का निरीक्षण कर अध्ययन-अध्यापन का लिया जायजा लिया तथा बोर्ड परीक्षा का परिणाम शत प्रतिशत लाने के दिए निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने शिक्षकों से समर्पण भाव से अध्यापन कराने और कमजोर बच्चों पर विशेष ध्यान देने के दिए निर्देश दिए।बेहतर परिणाम लाने के लिए कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने कयावद तेज कर दी है।

कलेक्टर श्रीमती लीना कमलेश मंडावी ने पेंड्रा एवं मरवाही विकासखण्ड के विभिन्न स्कूलों का सघन निरीक्षण कर अध्ययन-अध्यापन का जायजा लिया। उन्होंने प्रत्येक स्कूलों में शिक्षकों की बैठक लेकर विद्यार्थियों की दर्ज संख्या, पदस्थ शिक्षकों की संख्या, उपस्थिति, शिक्षकीय गतिविधियों आदि की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि 10वीं एवं 12वीं की आगामी बोर्ड परीक्षा में शत प्रतिशत रिजल्ट लाना है, इसके लिए अगले तीन माह में लक्ष्य बनाकर अध्यापन कराएं तथा बच्चों का नाम मेरिट सूची में लाकर अपने स्कूल और जिले का नाम रोशन करें। कलेक्टर ने शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय निमधा, स्वामी आत्मानंद स्कूल सिवनी, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परासी, शासकीय हाई स्कूल बरौर, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सकोला और स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय कोटमी का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रत्येक स्कूलों में शिक्षकों की बैठक लेकर शाला में उनकी पदस्थापना तिथि, उनके द्वारा पढ़ाया जाने वाला विषय और पिछले वर्ष की बोर्ड परीक्षा में 10वीं, 12वीं के रिजल्ट का प्रतिशत की जानकारी ली।

कलेक्टर ने पिछली बोर्ड परीक्षा में जिले में परीक्षा परिणाम संतोषप्रद नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी शिक्षकों से कहा कि सिर्फ अपनी ड्यूटी करके खाना पूर्ति नहीं करना है। अपने पदीय दायित्वों का निर्वहन निष्ठापूर्वक करें और समर्पण भाव से बच्चों को पढ़ाएं, उनका मार्गदर्शन करें, ब्लूप्रिंट के अनुसार परीक्षा की तैयारी कराएं। उन्होंने कहा कि 45 मिनट का पीरिएड पर्याप्त नहीं होने पर समय बढ़ा सकते हैं। उन्होंने बच्चों की शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने, नियमित अभ्यास कराने, होमवर्क देने तथा बच्चों के अभिभावकों से संपर्क स्थापित करने एवं उनकी बैठक लेकर शिक्षा का महत्व बताने और पढ़ाई के प्रति प्रेरित करने कहा। कलेक्टर ने कहा कि प्रयासों में कमी नहीं होना चाहिए।

उन्होंने साप्ताहिक यूनिट टेस्ट में कमजोर प्रदर्शन वाले बच्चों के प्रति विशेष ध्यान देने के साथ ही एक-एक बच्चे के पीछे ध्यान देने कहा। साथ ही शिक्षकों की समस्याओं एवं संसाधनों के बारे में जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत सीईओ मुकेश रावटे एवं एसडीएम मरवाही देवेन्द्र सिरमौर भी उपस्थित थे।

