अमरकंटक पर्वत की सात दिवसीय बृहद परिक्रमा का आयोजन, मैंकल परिक्रमा कॉरिडोर का निर्माण तथा परिक्रमा को विश्व स्तरीय पहचान देना यात्रा का उद्देश्य

केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू, उपमुख्यमंत्री अरुण साव स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल विधायक प्रणव मरपच्ची होंगे शामिल

15 नवंबर से 21 नवंबर तक आयोजित होगी लगभग 70 किलोमीटर मैकल पर्वत की परिक्रमा

हिंदूवादी नेता बृजलाल सिंह राठौर के नेतृत्व में चल रही है परिक्रमा की वृहद तैयारी

अखिलेश नामदेव

कायिक, वाचिक तथा मानसिक सहित सभी प्रकार के पापों को नष्ट करने वाली अमरकंटक पर्वत की लगभग 70 किलोमीटर लंबी परिक्रमा के आयोजन की वृहद तैयारी चल रही है। मैकल पर्वत परिक्रमा के नाम से आयोजित इस परिक्रमा की शुरुआत कार्तिक पूर्णिमा 15 नवंबर शुक्रवार को गणेश धूना अमरकंटक से होने जा रहा है तथा इसका समापन 21 नवंबर गुरुवार को गणेश धुंआ अमरकंटक में ही होगा।

प्रख्यात हिंदूवादी नेता बृजलाल सिंह राठौड़ ने अमरकंटक पर्वत परिक्रमा के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि मां नर्मदा मैकल पर्वत राज परिक्रमा के तैयारी हेतु बीते 8 नवंबर को मां मरही माता मंदिर गौरेला में बैठक संपन्न हुआ।
अमरकंटक से आए हुए संतो के सानिध्य में ऐतिहासिक परिक्रमा करने का संकल्प लिया गया इस यात्रा में माननीय केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू , उप मुख्यमंत्री अरुण साव जी, श्याम बिहारी जायसवाल ,विधायक प्रणव कुमार मरपची विशेष रूप से शामिल होंगे।

मैंकल पर्वत की परिक्रमा की शुरुआत 15 नवंबर शुक्रवार कार्तिक पूर्णिमा को सुबह माई की बगिया अमरकंटक स्थित गणेश धूंना से बाल भोग के साथ होगी तथा उपरोक्त दिवस रात्रि विश्राम भजन संकीर्तन मां नर्मदा के तटवर्ती घाट स्थित ग्राम जगतपुर कंरजिया में होगा। 16 नवंबर को यह यात्रा प्रारंभ होकर जोगी कुंड नर्मदा घाट करंजिया में विश्राम करेगी। तथा 17 नवंबर को यहां से यात्रा प्रारंभ होकर जलेश्वर महादेव तीर्थ में विश्राम भोजन एवं संकीर्तन करेगी।

जलेश्वर महादेव तीर्थ से 18 नवंबर को बालभोग के साथ परिक्रमा पुनः प्रारंभ होगी तथा रात्रि विश्राम एवं भोजन पकरिया में होगा। 19 नवंबर को ग्राम पकरिया से यात्रा माई के मंडप तक रहेगी तथा में के मंडप से 20 नवंबर को यात्रा प्रारंभ होकर ग्राम आमाडोब मैं रात्रि विश्राम के लिए रुकेगी। ग्राम आमाडोब से 21 नवंबर की सुबह यात्रा प्रारंभ होकर गणेश धूना अमरकंटक माई की बगिया में परिक्रमा का समापन होगा तथा यहां पर कन्या पूजन कन्या भोजन, हवन पूजन भंडारा आयोजित होगा। बृजलाल सिंह राठौर ने बताया कि अमरकंटक पर्वत परिक्रमा यात्रा के संयोजक महंत भगवान दास जी है जो कि गणेश धुना माही पगी अमरकंटक के मंहत है वही पर यात्रा के संरक्षक 1008 श्री मां नर्मदा सीताराम महाराज जी हैं।

मैंकल परिक्रमा कॉरिडोर का निर्माण कराना तथा परिक्रमापथ को विश्व स्तरीय पहचान देना यात्रा का उद्देश्य

“मैकल परिक्रमा” (मां नर्मदा धाम, अमरकंटक) के उद्देश्य पर चर्चा करते हुए हिंदूवादी नेता बृजलाल सिंह राठौड़ ने कहा कि आध्यात्मिक लाभ :- मनोभाव से परिक्रमा करने से स्कंद पुराण के अनुसार पूरे पृथ्वी परिक्रमा का पुण्य मिलता है तथा इस परिक्रमा से 7 जन्मों के पाप से छुटकारा मिलता है। मैकल परिक्रमा कारीडोर का निर्माण करवाना (लगभग 70 कि.मी.) जिससे विश्वस्तरीय पर्यटक स्थल की श्रेणी में पहुँचाना। आर्थिक लाभ :- मैकल परिक्रमा कारीडोर निर्माण से क्षेत्र को अपार आर्थिक लाभ दिलाना।


राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री द्वारा सरंक्षित जनजाति बैगा के जीवन स्तर पर चारचांद लगाना। क्षेत्र में धर्मांतरण की सम्भावनाओं को जड़मूल खत्म करना। सामाजिक, धार्मिक, राजनैतिक, आर्थिक समरसता का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत करना।

Akhilesh Namdeo

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