कथा व्यक्तिगत नहीं, नक्सलवाद एवं आतंकवाद से मृत शहीदों की आत्माओं की शांति के लिए- जगतगुरु श्री रामभद्राचार्य,स्वामी रामभद्राचार्य महाराज की भागवत कथा प्रारंभ
श्रीमद् भागवत कथा 31 अक्टूबर तक हाई स्कूल मैदान पेंड्रा में चलेगी

गौरेला पेंड्रा मरवाही
नर्मदा एवं सोनानचल की पावन धरा पेंड्रा के हाई स्कूल मैदान में में ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित संत सनातन शिरोमणि पद्म विभूषितजगतगुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज ने कहा कि यह भागवत कथा किसी के द्वारा व्यक्तिगत रूप से आयोजित नहीं है यह कथा हमारे देश में नक्सलवाद एवं आतंकवाद से मृत शहीदों की आत्मा की शांति के लिए आयोजित की जा रही है। कथा को लेकर किसी के मन में भ्रम नहीं होना चाहिए नहीं तो पितरों को पाप पड़ेगा।

श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के पहले दिन 25 अक्टूबर को जगतगुरु श्री रामभद्राचार्य ने श्रद्धालु जनों को संबोधित करते हुए श्रीमद् भागवत कथा का महत्व बताया। कथा के दौरान श्री रामभद्राचार्य ने कहा कि कोई व्यक्ति कितना भी विद्वान हो जाए चरित्र के बगैर उसकी विद्वता बेकार है।
उन्होंने कहा कि कथा का वचन संस्कृत तथा हिंदी में होगा ताकि कथा सभी को समझ में आए। उन्होंने कहा कि यदि भारतीय संस्कृति को बचाना है तो संस्कृत को बचाना होगा संस्कृत सीखना पड़ेगा। संस्कृत को बचाने पर ही संस्कृति बचेगी। इस अवसर पर उन्होंने भारतेंदु हरिश्चंद्र का भी स्मरण किया। उन्होंने प्रसंगवश हास परिहास करते हुए पत्नी एवं वाइफ शब्द की व्याख्या करते हुए कहा कि पत्नी वह है जो अपने पति को पतन से बचावे वही वाइफ वह है विदाउट इनफॉरमेशन फाइट एनीटाइम। नर्मदा एवं नर्मदा खंड को रेखांकित करते हुए कहा कि नर्मदा माता अनसूया जी की शिष्या है।

पेंड्रा के लोग गौरवशाली हैं कि उन्हें नर्मदा खंड में जन्म लेने का सौभाग्य मिला है। श्रीमद् भागवत कथा का महत्व बताते हुए उन्होंने भागवत कथा वाचन करने वाले के साथ गुना का विस्तार से वर्णन करते हुए कहा कि कथावाचक को विराट होना चाहिए वैष्णव होना चाहिए जन्म से ब्राह्मण होना चाहिए दृष्टांत कुशल होना चाहिए। इस अवसर पर जगतगुरु श्री रामभद्राचार्य ने कहा कि उनके द्वारा संस्कृत एवं संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए चित्रकूट में जगतगुरु श्री राम नंदाचार्य संस्कृत संस्कृति गुरुकुलम की स्थापना आप सभी के सहयोग से की जा रही है। कथा के दौरान उन्होंने धुंधली एवं धुंधकारी इत्यादि प्रसंग के बारे में बताया।

कलश यात्रा हुई आयोजित
जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य द्वारा कथा प्रारंभ करने के पूर्व कलश यात्रा आयोजित की गई जो नगर भ्रमण करते हुए कथा स्थल तक पहुंची जिसमें सैकड़ो महिलाओं एवं बालिकाओं ने कलश लेकर नगर भ्रमण किया।
25 अक्टूबर 2025 से 31 अक्टूबर 2025 तक समय 2:30 बजे से हाई स्कूल मैदान पेंड्रा में आयोजितश्रीमद् भागवत कथा में श्रद्धालुओं के लिए भव्य पंडाल बनाया गया है जिसमें 6000 से ज्यादा स्त्री पुरुष के बैठने की व्यवस्था की गई है।

कथा में आने वाली भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन एवं जिला पुलिस द्वारा आवश्यक सुरक्षा के प्रबंध किए गए हैं कथा को लेकर नगर में उत्साह एवं धार्मिक वातावरण बना हुआ है।


